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Yodha Movie Review: इन दिनों एक्शन ड्रामा फिल्मों का क्रेज दर्शकों के सिर चढ़कर बोल रहा है। बीते कुछ महीनों में कई एक्शन ड्रामा फिल्में सिनेमाघर पहुंचीं। जिन पर दर्शकों ने खूब प्यार बरसाया। फिर चाहें पठान हो, जवान हो या फिर गदर 2, इन सभी फिल्मों को दर्शकों ने हाथों हाथ लिया। खासकर अगर इसमें देशभक्ति का भी तड़का लग जाए तो फिर बात ही क्या। गदर 2 और फाइटर जैसी फिल्में इसकी गवाह है। बॉलीवुड फिल्म स्टार सिद्धार्थ मल्होत्रा भी अपनी पिछली वॉर ड्रामा मूवी ‘शेरशाह’ की बंपर सफलता के बाद एक बार फिर आर्मी की यूनिफॉर्म पहने नजर आए हैं। उनकी हालिया रिलीज मूवी ‘योद्धा’ भी एक देशभक्ति से भरी एक फाइटर की कहानी है। यहां पढ़ें इस मूवी का पूरा रिव्यू।

‘योद्धा’ की कहानी

सिद्धार्थ मल्होत्रा की मूवी ‘योद्धा’ एक आर्मी ऑफिसर अरुण कत्याल की कहानी है। जो अपने पिता के नक्शेकदमों पर चलकर एक आर्मी ऑफिसर बनता है। जिस पर एक बहुत बड़े मिशन को संभालने की जिम्मेदारी दी जाती है। जिसका नाम ‘योद्धा’ है। जिसे उसके पिता ने ही शुरू किया था। हालांकि एक हाईजैक प्लेन के मिशन की असफतला के चलते अरुण और ‘योद्धा’ का भविष्य खतरे में पड़ जाता है। जिसके बाद न सिर्फ उसे इस जिम्मेदारी से हटा दिया जाता है। बल्कि उसे देश का गद्दार तक कह दिया जाता है। जिसके बाद अरुण बुरी तरह से टूट जाता है। उनकी जिंदगी करियर और लव लाइफ सब डगमगा जाती है। लेकिन जब दूसरी हाईजैक की स्थिति अरुण के सामने आती है तो कैसे वो ‘योद्धा’ के रुप में दोबारा आता है और इस मिशन को बचाता है।

‘योद्धा’ का ट्रेलर



क्या है खास?

जाहिर तौर पर लीड रोल में अरुण कात्याल बने सिद्धार्थ मल्होत्रा का दमदार एक्शन इस मूवी की हाईलाइट है। जो कहानी के साथ और बेहतर होता जाता है। राशी खन्ना ने सिद्धार्थ मल्होत्रा की पत्नी का किरदार निभाया है। जिसमें वो सचिव की नौकरी में कमाल लगी हैं। दिशा पाटनी फिल्म में फ्लाइट अटेंडेंट की भूमिका में हैं। फिल्म में कई ट्विस्ट एंड टर्न्स आते हैं जो दर्शकों को सीट से बांधे रखते हैं। सिर्फ एक्शन ही नहीं, फिल्म में दिखाए गए कुछ धांसू डायलॉग्स भी हैं। जो दर्शकों को सीटी बजाने पर मजबूर कर देते हैं। फिल्म के सभी गाने बेहतरीन है। साथ ही लीड स्टार्स की रोमांटिक केमिस्ट्री भी दिलचस्प लगी है। फिल्म में दिशा पाटनी भी आपको धांसू एक्शन सीन्स साड़ी में करती दिखी हैं। जो इसकी लाइमलाइट है। फिल्म की कहानी के कुछ किस्से असली घटनाओं से लिए गए हैं। जो आपको रोमांचिक कर देते हैं।

कहां रह गई कमी?

‘योद्धा’ यूं तो कमाल बन बड़ी है। लेकिन कुछ ट्विस्ट्स ऐसे होते हैं जो काफी प्रिडिक्टेबल हैं। कई जगह ऐसा लगता है कि ट्रैक से हट जाती है। 1-2 गाने हटाए जा सकते थे। ‘योद्धा’ एक वन मैन शो है। जो बेहद खूबसूरती से देशभक्ति के धागे में पिरोकर दर्शाया गया है।

बीएल का फैसला

सिद्धार्थ मल्होत्रा, दिशा पाटनी और राशी खन्ना स्टारर मूवी ‘योद्धा’ अपने एक्शन सीन्स के चलते दर्शकों को सीट से बांधे रखने में कामयाब रही है। ये एक वन टाइम वॉच फिल्म तो जरूर है। बॉलीवुड लाइफ इस फिल्म को पूरे 3 स्टार्स मिले हैं।

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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