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एयरपोर्ट पर जल्दी में क्यों दौड़ती नजर आईं डेजी शाह? एक्ट्रेस के चेहरे पर भी दिखी टेंशन

Daisy Shah Run To Catch Her Flight: हाल ही में डेजी शाह खतरों के खिलाड़ी 13 के लिए कंटेस्टेंट के तौर पर साउथ अफ्रीका गई थीं. हालांकि रोहित शेट्टी के शो से वे जल्द ही एलीमिनेट भी हो गई थीं. अब डेजी को हाल ही में फिर से एयरपोर्ट पर देखा गया. जहां वे काफी जल्दबाजी में नजर आईं.

जल्दी-जल्दी क्यों करती दिखीं डेजी शाह

एयरपोर्ट पर पहुंचीं एक्ट्रेस डेजी शाह को देख कर पैपराजी ने उन्हें पोज देने के लिए कहा. लेकिन एक्ट्रेस के पास इतना भी टाइम नहीं था कि वे पैप्स को हाय हैलो भी कह सकतीं. चैकिंग के दौरान उन्होंने किसी को नहीं देखा क्योंकि वे बेहद टेंशन में नजर आ रही थीं. जैसे ही गेट पर सिक्योरिटी ने उनका पासपोर्ट चेक कर उन्हें अनंदर जाने की इजाजत दी वैसे ही डेजी ने पैप्ज को बाय कहा और तेजी से दौड़ते हुए एयरपोर्ट के अंदर एंटर हो गईं.

क्या वजह रही कि डेजी टेंशन में दौड़ते हुए पहुंचीं एयरपोर्ट

डेजी जब एयरपोर्ट के गेट पर पहुंचीं थी तो भी उन्हें भागते हुए आता देखा गया था. माना जा रहा है कि डेजी एक्ट्रेस की फ्लाइट का वक्त हो गया था. ऐसे में उन्हें टेंशन थी कि कहीं उनकी ये फ्लाइट मिस न हो जाए. इसके चलते वे काफी टेंशन में थीं जो कि उनके चेहरे पर साफ झलक रही थी.


डेजी का एयरपोर्ट लुक था कमाल

सेलेब्स के बीच एयरपोर्ट लुक काफी कॉमन पर ट्रेेंडी चीज है. डेजी भी एयरपोर्ट पर इस ट्रेंड को फॉलो करती दिखीं. एयरपोर्ट पर डेजी व्हाइट टीशर्ट और ब्लू डेनिम जंप सूट पहने दिखीं. इस ड्रेस को डेजी ने व्हाइट स्पोर्ट्स शूट के साथ पेयर किया था. एक्ट्रेस का ये लुक काफी क्लासी लग रहा था.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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