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Jio Bharat V2 4G खरीदने से पहले जान लें ये 6 जरूरी बातें, कीमत है सिर्फ 999 रुपये

रिलायंस जियो ने सबसे सस्ता 4जी स्मार्टफोन लॉन्च किया है. इस फोन की कीमत महज 999 रुपये है. फोन में एचडी वॉयस कॉलिंग, एफएम रेडियो, 128 जीबी का एसडी मेमरी कार्ड सपोर्ट जैसे फीचर हैं. मोबाइल में 4.5 सेंटीमीटर की टीएफटी स्क्रीन, 0.3 मेगापिक्सल का कैमरा, 1000 mAh की बैटरी, 3.5 mm का हेडफोन जैक, पावरफुल लाउडस्पीकर और टॉर्च मौजूद है. हैंडसेट खरीदने से पहले आइए Jio Bharat V2 की छह ऐसी खास बातों पर चर्चा करते हैं जिसका सीधे आपसे नाता है. 

28 दिनों तक की वैलिडिटी का खर्च

जियो भारत V2 का मंथली प्लान सबसे सस्ता है. 28 दिन की वैलिडिटी वाले प्लान के लिए 123 रुपये चुकाने होंगे. दूसरे ऑपरेटर्स के वॉयस कॉल और 2जीबी वाले मासिक प्लान्स की शुरुआत 179 रुपये से होती है.

28 दिनों में डेटा कितना मिलेगा

जियो भारत V2 (Jio Bharat V2) के ग्राहकों को कंपनी 14जीबी 4जी डेटा देगी यानी आधा जीबी प्रति दिन, यह कॉम्पिटीटर के 2जीबी डेटा से सात गुना ज्यादा है. जियो भारत V2 पर सालाना प्लान भी है जिसके लिए ग्राहक को 1234 रुपये चुकाने होंगे. 

देश के 99 प्रतिशत आबादी तक नेटवर्क कवर

जियो भारत V2 के यूजर को देश में लगभग हर जगह जियो नेटवर्क मिलेगा. कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, देश में 99 प्रतिशत आबादी को जियो नेटवर्क कवर करता है.

एंटरटेन्मेंट की सुविधा फुल

सबसे सस्ता 4जी फोन जियो भारत V2 में JioSaavn के जरिये तमाम भाषाओं में 8 करोड़ से भी ज्यादा गाने उपलब्ध हैं. JioCinema ऐप के जरिये फिल्में, वीडियो, स्पोर्ट्स हाइलाइट्स और ढेरों चीजें देख सकते हैं. 

पैसों का लेन-देन

जियो भारत V2 फोन पर आप यूपीआई (UPI) के जरिये पैसा भेज सकते हैं और रिसीव भी कर सकते हैं.

क्लियर वॉयस और कैमरा

इस हैंडसेट में आपका कॉल या एंटरटेन्मेंट में क्लियर वॉयस मिलेगा. साथ ही इसमें आपको कैमरा भी मिलता है, ताकि आप अपनी यादों को हर रोज इसमें कैद कर सकें.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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