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कैसे बीसीसीआई बना दुनिया का सबसे अमीर बोर्ड, कितनी होती है कमाई, क्यों डरते है पाकिस्तानी खिलाड़ी – Cricket Origin

यह तो आप बखूबी जानते होंगे कि बीसीसीआई दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है। पिछले कुछ सालों में उनके नेट वर्थ में एक बड़ा उछाल देखने को मिला है।

जब से भारत में आईपीएल जैसे एक बड़े T20 लीग का आयोजन होना शुरू हुआ है उसके बाद से ही यह बोर्ड दुनिया के किसी दूसरे बोर्ड के मुकाबले कई ज्यादा मजबूत हो चुकी है।

बहुत सारे लोग यह सोचते होंगे कि जब बीसीसीआई अपने खिलाड़ियों को इतनी अधिक सैलरी देती है और उन पर इतना अधिक खर्चा करती है तो फिर ऐसा क्या है जो इस बोर्ड को कमाई के मामले में इतना ऊपर ले कर जाती है।

पाकिस्तानी खिलाड़ियों का बीसीसीआई की इस अमीरी से दिक्कत देखी जा सकती है:

तो यहां पर हम आपको बताने जा रहे हैं कि बीसीसीआई पैसे कैसे कमाती है, इसके सभी प्रकार की जानकारी देंगे।

बीसीसीआई पैसे कैसे कमाती है?

आपने तो बहुत से लोग यह सोचते होंगे कि जब स्टेडियम में दर्शकों की उपस्थिति अधिक होती है तब बीसीसीआई को अधिक कमाई होती है।

हालांकि यह तर्क पूरी तरह से सच है लेकिन यह उनके आय का मुख्य स्रोत नहीं है, क्योंकि टिकट के जरिए हुई कमाई का सिर्फ आधा ही हिस्सा बीसीसीआई के पास जाता है जबकि आधा हिस्सा स्टेडियम और स्टेट बोर्ड के पास चला जाता है।

बीसीसीआई के आय का स्रोत:

बीसीसीआई के आय का मुख्य स्रोत स्पॉन्सरशिप और टीवी राइट्स बेचने के जरिए होती है। अक्सर आप देखते होंगे कि जब कोई मैच होता है तो स्टेडियम में कई अलग-अलग कंपनियों के विज्ञापन दिखाई देते हैं।

इसके अलावा किसी सीरीज या टूर्नामेंट का भी एक अलग मुख्य स्पॉन्सर होता है। स्पॉन्सरशिप के जरिए बीसीसीआई को आसानी से करोड़ों का मुनाफा हो जाता है।

हाल ही में आप ने आईपीएल के अगले 4 सालों की ब्रॉडकास्टिंग राइट्स की नीलामी के बारे में सुना होगा। टीवी राइट्स और ओटीटी राइट्स को मिलाकर बीसीसीआई को 48,390 करोड़ रुपए का लाभ हुआ है।

4 सालों के लिए मिली इतनी बड़ी रकम ने इस टूर्नामेंट को ब्रॉडकास्टिंग राइट्स के मामले में एनबीए के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टूर्नामेंट बना दिया है

इसके अलावा आपने भारतीय खिलाड़ियों के टीशर्ट पर भी कुछ कंपनियों के विज्ञापन छपे हुए देखे होंगे। इस समय भारतीय टीम के टीशर्ट का स्पॉन्सर MPL है, जबकि भारतीय टीम का मुख्य स्पॉन्सर BYJU’S है। इन दोनों कंपनियों के जरिए भी बीसीसीआई को करोड़ों मिलते है।

बीसीसीआई का नेट वर्थ कितना है?

जनवरी 2022 के अनुसार बीसीसीआई का नेट वर्थ लगभग 18,000 करोड़ रुपए के लगभग था। इसके बाद आईपीएल जैसा एक बड़ा टूर्नामेंट भी हुआ, जिसमें उन्होंने स्पॉन्सरशिप के जरिए 708 करोड़ रुपए की कमाई की थी। इसमें अलग-अलग फ्रेंचाइजी को 35-35 करोड़ रुपए दिए गए थे, बाकी का मुनाफा बीसीसीआई के पास आया।

Ankit Agnihotri

मैं अंकित हूं, मैंने SBT24 के लिए एक ऑनलाइन समाचार संपादक के रूप में काम किया है, जिसमें मेरे नाम पर ट्रेंडिंग स्कूप्स की एक लंबी सूची है। मैंने वर्ष 2021 से SBT24 से शुरुआत की है,

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