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Microsoft 20 लाख भारतीय को देगी AI की ट्रेनिंग, भारत आए Satya Nadella ने कही ये बात

AI Training: आजकल आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई की चर्चा पूरी दुनिया में काफी ज्यादा हो रही है. सैमसंग ने स्मार्टफोन में भी एआई फीचर्स शामिल कर दिए हैं. इसके अलावा कई अच्छे और बुरे कामों में एआई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है. भारत में एआई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल शुरू हो चुका है. माइक्रोसॉफ्ट एआई टेक्नोलॉजी को काफी तेजी से आगे बढ़ा रही है और इस कंपनी के सीईओ सत्या नडेला भारत के दौरे पर आए हुए हैं. 

20 लाख भारतीयों को ट्रेनिंग देगा माइक्रोसॉफ्ट

सत्या नडेला ने अपने इस भारत दौरे पर एक बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि माइक्रोसॉफ्ट भारत के 2 मिलियन यानी 20 लाख से ज्यादा लोगों को एआई की ट्रेनिंग देगा. उन्होंने कहा कि यह कदम भारत में भविष्य के कार्यबल को सशक्त बनाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट की एक प्रतिबद्धता है. इससे देश में रोजगार बढ़ेगा. 

एआई को पड़ेगी इंसानों की जरूरत: वित्त मंत्री

आपको बता दें कि 1 फरवरी को देश का बजट पेश करने के बाद भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हिंदूस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि एआई टेक्नोलॉजी से बेरोजगारी बढ़ेगी, लेकिन एआई का उपयोग करने के लिए भी इंसानों की जरूरत होगी. वित्त मंत्री के इस कमेंट के बाद सत्या नडेला का यह ऐलान साफ दिखाता है कि आने वाले समय में भारत में लोगों को रोजगार पाने के लिए एआई की ट्रेनिंग लेना या यूं कहें कि एआई स्किल्स को सीखना काफी जरूरी होगा.

सत्या नडेला ने क्या कहा

नडेला ने कहा, “मैं नई स्किल डेवलपमेंट के लिए एक नई पहल की घोषणा करते हुए बहुत उत्साहित हूं. हम भारत में लगभग 20 लाख से अधिक लोगों को एआई स्किल सिखाने जा रहे हैं. आखिरकार, यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि काम करने वाले लोगों के पास नए युग में आगे बढ़ने के लिए सक्षम और जरूरी स्किल्स हैं. यह सबसे महत्वपूर्ण बात है, जो हम में से कोई भी कर सकता है. यह सिर्फ स्किल की बात नहीं है, बल्कि इससे नए रोजगार भी पैदा होंगे.

Kaarya से खुश हुए सत्या नडेला

उन्होंने आगे कहा कि वह भारतीय ब्रांड Kaarya की टीम के साथ बातचीत करके काफी प्रेरित हुए हैं. भारत की एक लोकल कंपनी Kaarya ने ग्रामीण भारत में आय के स्रोत उपलब्ध कराने के लिए माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च का उपयोग किया है. माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने Kaarya के काम को देखकर दावा किया कि, वे एआई द्वारा बनाए गए अवसरों का उपयोग करके ग्रामीण भारत में अच्छी तनख्वाह वाली नौकरियां प्रदान कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें: AI से बेरोजगारी बढ़ने का खतरा? सवाल पर क्या बोलीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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