बॉलीवुड और मनोरंजन

सनी देओल की गदर 2 ने बॉक्स ऑफिस लूटा, शनिवार को अक्षय कुमार की ओएमजी 2 को भी मिला सॉलिड जंप

Gadar 2 Vs OMG 2 Box Office Collection Day 2: बॉक्स ऑफिस पर ‘गदर 2’ और ‘OMG 2’ की दमदार टक्कर जारी है. जिसमें सनी देओल स्टारर गदर 2 आगे निकलती नजर आ रही है. पहले दिन गदर 2, 40 करोड़ का दमदार बिजनेस कर साल की दूसरी सबसे बड़ी ओपनर बनने में कामयाब रही. वहीं ओएमजी 2 की कमाई 9 करोड़ रही. तो चलिए आज दोनों फिल्मों का दूसरे दिन का कलेक्शन भी सामने आ गया है. उसपर एक नजर डालते हैं.

गदर 2 ने दूसरे दिन की इतनी कमाई  (Gadar 2 Box Office Collection Day 2)
सनी देओल, अमीषा पटेल और उत्कर्ष शर्मा स्टारर इस फिल्म ने पहले दिन 40 करोड़ की शानदार ओपनिंग की. रिपोर्ट्स के अनुसार, दूसरे दिन ये फिल्म 45 करोड़ रुपए का दमदार बिजनेस करने में कामयाब रही है. रिपोर्ट्स की मानें तो पांच दिनों के लंबे वीकेंड में ये फिल्म 175 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार कर सकती है.

ओएमजी 2 ने दूसरे दिन कितनी कमाई की? (OMG 2 Box Office Collection Day 2)
वहीं अक्षय कुमार, पंकज त्रिपाठी और यामी गौतम स्टारर इस फिल्म ने पहले दिन लगभग 10 करोड़ की कमाई की थी. जिसके बाद अब इस फिल्म की दूसरे दिन की कमाई सामने आ गई है.  Sacnilk.com की रिपोर्ट के अनुसार इस फिल्म ने दूसरे दिन 15 करोड़ का बिजनेस किया है.

OMG 2 को पीछे छोड़ रही गदर 2
कमाई के मामले में बात की जाए तो ओएमजी 2, गदर 2 से काफी पीछे है. जहां बॉक्स ऑफिस पर गदर 2 का बज बना हुआ है वहीं ये फिल्म अक्षय स्टारर ओएमजी 2 से कमाई के मामले में काफी आगे है. अब देखना ये होगा कि दोनों फिल्मों को वीकेंड का कितना फायदा मिलता है.


इन दोनों फिल्मों के इतर एक और फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा रही है. वो कोई और नहीं बल्कि रजनीकांत की जेलर है. जो महज दो दिनों में 75 करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है.

यह भी पढ़ें: OMG 2: अभिनेता से नाराज आगरा के हिंदू संगठन का ऐलान- ‘अक्षय कुमार को थप्पड़ मारो, 20 लाख रुपये पाओ’

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button