लंबे समय से विवाद के बाद सिंधु जल समझौते पर पाकिस्तान से चर्चा करेगी मोदी सरकार!

प्रधानमंत्री इमरान खान के कार्यभार संभालने के बाद पहली द्विपक्षीय वार्ता के तहत भारत और पाकिस्तान बुधवार को लाहौर में सिंधु जल संधि के विभिन्न आयामों पर फिर से अपनी बातचीत करने के लिए तैयार है। भारत के सिंधु जल अयुक्त पीके सक्सेना के बुधवार को उनके पाकिस्तानी समकक्ष सैयद मेहर अली शाह के साथ दो दिवसीय बातचीत के लिए आज यहां पहुंचने की संभावना है।
इस हफ्ते भारत से एक टीम इस्लामाबाद की यात्रा पर जाएगी और स्थायी सिंधु आयोग (पीआईसी) के साथ बैठक करेगी। जहाँ अतीत में भारत ने पानी की वार्ता को ‘सिंधु जल समझौते’ के अतंर्गत जरूरी बता चुका है। वहीं इस बैठक का समय भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि खान ने एक हफ्ते पहले ही प्रधानमंत्री कार्यालय का कार्यभार संभाला है।
भारत और पाकिस्तान के बीच इससे पहले मार्च में इस मुद्दे पर बातचीत हुई थी। जो नई दिल्ली में हुई थी। दोनों पक्षों ने इस दौरान सिंधु जल बंटवारे को लेकर विस्तृत चर्चा की थी। इस दौरान दोनों पक्षों ने 1960 की सिंधु जल संधि के तहत जल बहाव और इस्तेमाल किये जाने वाले पानी की मात्रा पर ब्यौरा साझा किया था। इमरान खान के 18 अगस्त,2018 को प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच यह पहली अधिकारिक वार्ता होगी।
पाकिस्तान और भारत के जल आयुक्तों की साल में दो बैठकें होती हैं और परियोजना स्थलों की तकनीकी यात्राओं की व्यवस्था करनी होती है। हालांकि समयबद्ध बैठकों और यात्राओं को लेकर पाकिस्तान को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बैठक के दौरान नदियों पर जलीय आंकड़ों को समय पर और सुचारू रूप से साझा करने के तौर-तरीकों और साधनों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।