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CM शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ लगे पोस्टर पर PhonePe को ऐतराज, कंपनी ले सकती है लीगल एक्शन, जाने

मध्य प्रदेश की राजनीतिक गलियारो में इन दिनों पोस्टर वॉर जारी है. लेकिन इस बीच इस वॉर में पेमेंट ऐप फोनपे (PhonePe) का एंगल सामने आ गया है. डिजिटल पेमेंट ऐप फोनपे का कहना है कि मु्ख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) के खिलाफ लगाए गए एक राजनीतिक पोस्टर में हमारे लोगो और स्कैनर का इस्तेमाल सीएम की फोटो के साथ करना गलत है. कंपनी ने इसके खिलाफ अब लीगल एक्शन की बात कही है. फोन पे कंपनी ने MP कांग्रेस को टैग कर ट्वीट किया और लिखा- हमारे लोगो का दुरुपयोग कर रहे हैं, लीगल एक्शन लेंगे.

पोस्टर्स में बार कोड और स्कैनर के इस्तेमाल पर आपत्ति

खबर के मुताबिक, पार्टियों के नेताओं के खिलाफ लगाए गए पोस्टर्स में बार कोड और स्कैनर लगाकर भ्रष्ट बताया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक PhonePe कंपनी ने अपने अधिकारिक ट्विटर हेंडल से एमपी कांग्रेस को टैग करते हुए चेतावनी दे डाली. उन्होंने ट्वीट कर लिखा- PhonePe लोगो हमारी कंपनी का एक रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क है. 


लोगो और ब्रांड कलर को पोस्टर से हटाने की अपील

PhonePe के बौद्धिक संपदा अधिकारों का कोई भी गलत इस्तेमाल कानूनी कार्रवाई को आमंत्रित करेगा. हम विनम्र निवेदन करते हैं कि हमारे लोगो और ब्रांड कलर को पोस्टर से हटा लें. PhonePe ने लिखा है कि हम किसी भी तीसरे पक्ष, चाहे वह राजनीतिक हो या गैर-राजनीतिक, द्वारा उसके ब्रांड लोगो के अनधिकृत उपयोग पर आपत्ति जताते हैं. हम किसी राजनीतिक अभियान या पार्टी से जुड़े नहीं हैं.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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