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अक्षय की फिल्म ‘ओएमजी 2’ में रेलवे के पानी से किया शिव का रुद्राभिषेक, सेंसर बोर्ड ने लगाई रोक

OMG 2 Banned By Censor Board: अक्षय कुमार (Akshay Kumar) और पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi) स्टारर फिल्म OMG 2 का टीजर हाल ही में रिलीज हुआ है. जिसको लेकर अब सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है. दरअसल इसमें एक सीन दिखाया गया है. जिसमें भगवान शिव का अभिषेक ट्रेन के पानी से हो रहा है. इस सीन को लेकर यूजर्स बुरी तरह से भड़के हुए हैं. इसी बीच सेंसर बोर्ड ने फिल्म रिलीज करने का सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया है. फिलहाल फिल्म को रिव्यू कमेटी के पास भेज दिया गया है.

रिव्यू कमेटी को भेजी गई फिल्म OMG-2
हाल ही में फिल्म के मेकर्स ने टीजर रिलीज किया था. जिसमें अक्षय कुमार भगवान शंकर और पंकज त्रिपाठी एक परम शिवभक्त के किरदार में दिखाई दे रहे हैं. फिल्म के टीजर देखकर साफ है कि इस बार भी पिछले पार्ट की तरह ही एक दिलचस्प कहानी को भगवान और इंसान के रिश्ते के इर्द गिर्द बुना गया है. जिसे देखकर सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसकी तारीफ कर रहे थे, तो वहीं कुछ लोगों ने शिव के अभिषेक वाली सीन्स पर आपत्ति जताई है. लोगों का कहना है कि इस सीन से उनकी भावना आहत हुई है. 

भगवान शिव के किरदार में दिखाई देंगे अक्षय कुमार
फिल्म में अक्षय भगवान शिव के किरदार में दिख रहे हैं. लंबी जटाएं, माथे पर भस्म के साथ उनका लुक काफी दर्शकों ने पसंद भी किया है. अक्षय कुमार और पंकज त्रिपाठी की एक्टिंग से सजी ये फिल्म 11 अगस्त 2023 को रिलीज करने की तैयारी थी. पिछले पार्ट में अक्षय कुमार और परेश रावल की जुगलबंदी को दर्शकों ने खूब सराहा था. हालांकि पहले पार्ट पर भी कुछ लोगों ने आपत्ति जताई थी, लेकिन इसके बावजूद फिल्म सुपरहिट साबित रही थी. अब दूसरे पार्ट के रिलीज होने पर आए संकट के बाद मेकर्स का अगला कदम क्या होगा, इस पर सबकी नजर है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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