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WhatsApp कर रहा एनिमेटेड अवतार फीचर पर काम, एंड्रॉयड बीटा पर आएगा अपडेट

मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप आने वाले समय में यूजर्स को एक नया एक्सपीरियंस कराने की तैयारी में है. मैसेजिंग ऐप पर कंपनी एनिमेटेड अवतार फीचर पेश करने पर काम कर रही है. यह फीचर फिलहाल एंड्रॉयड बीटा के लिए डेवलप किया जा रहा है. WABetaInfo के मुताबिक, व्हाट्सऐप की इस पहल से यूजर्स के इंटरैक्शन को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी. व्हाट्सऐप के डेवलपमेंट पर नज़र रखने वाली वेबसाइट WABetaInfo का कहना है कि यह खोज (WhatsApp Animated Avatar Feature) गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध एंड्रॉयड 2.23.15.6 अपडेट के लिए लेटेस्ट व्हाट्सएप बीटा के जरिये की गई थी.

कंपनी ने हाल में किए हैं करेक्शन 

रिपोर्ट में कहा गया कि है कंपनी ने हाल ही में दो बड़े करेक्शन की अनाउंसमेंट की थी. पहले सुधार में फोटो लेकर आपके अवतार को कॉन्फ़िगर करने की क्षमता थी, जिससे अवतार प्रोसेस ऑटोमैटिक हो गई. दूसरा, अवतारों (WhatsApp Animated Avatar) का नया एक्सपैंडेड कलेक्शन था जो ऑटोमैटिक रूप से उन सभी यूजर्स के लिए रोल आउट हो जाता है जो सीधे ऐप सेटिंग्स से अपना अवतार कॉन्फ़िगरेशन सेट करते हैं.

व्हाट्सऐप पर अवतार कैसे बनाएं

इसके लिए सबसे पहले, settings>Avatar > Create Your Avatar पर जाएं. फिर अपनी पसंद के मुताबिक इसे कस्टमाइज करें, और अब किए गए चेंज को सेव करें. जैसे ही आप यह प्रोसेस पूरा करते हैं आपको अपने अवतार का एक पर्सनल स्टिकर पैक मिलेगा जिसे आप कॉन्टैक्ट्स के साथ शेयर कर सकते हैं.

आपको बता दें, व्हाट्सऐप कम्यूनिटी अनाउंसमेंट ग्रुप के लिए एक बेहतर फुल विड्थ वाला मैसेजिंग इंटरफ़ेस पेश कर रहा है. बेहतर इंटरफ़ेस मैसेज को पूरी स्क्रीन पर दिखाता है, जिससे यूजर्स के लिए इसे पढ़ना आसान हो जाता है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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