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गूगल वन पर मिल रहा है 70% का धांसू डिस्काउंट, मात्र ₹50 में मिलेगा 200GB स्टोरेज

Google One Offers: गूगल वन गूगल कंपनी का क्लाउड स्टोरेज प्लेटफ़ॉर्म है. गूगल अपने ड्राइव में यूज़र्स को 15GB तक की मुफ्त स्टोरेज सेवा देता है, लेकिन अगर 15जीबी स्पेस फुल हो जाए, तो यूजर्स गूगल वन क्लाउड स्टोरेज की सर्विस खरीदते हैं, ताकि अपने डेटा को सुरक्षित तरीके से गूगल  वन में स्टोर कर सके. 

गूगल वन के सर्विस पर मिला तगड़ा ऑफर

गूगल वन में स्टोरेज खरीदने के लिए यूजर्स को काफी पैसे खर्च करने पड़ते हैं, लेकिन अब  गूगल ने अपनी इस सर्विस के लिए भारतीय यूजर्स को  70 प्रतिशत तक की छूट देना का फैसला किया है. गूगल कंपनी के इस डिस्काउंट ऑफर के बाद गूगल वन का 100GB स्टोरेज वाले बेसिक प्लान की कीमत घटकर सिर्फ 35 रुपये प्रति महीने हो गई है. आइए हम आपको गूगल वन के सभी प्लान का डिस्काउंट प्राइज दिखाते हैं.

गूगल वन के सभी प्लान की रेट लिस्ट

  • गूगल वन का बेसिक प्लान: 100GB स्टोरेज वाले इस प्लान के लिए अब सिर्फ 35 रुपये प्रति महीना देना होगा, जबकि पहले 130 रुपये प्रति महीना खर्च करना पड़ता था.
  • गूगल वन का स्टैंडर्ड प्लान: 200GB स्टोरेज वाले इस प्लान के लिए पहले 210 रुपये प्रति महीना देना पड़ता था, लेकिन अब सिर्फ 50 रुपये प्रति महीने में 200 जीबी स्टोरेज की सुविधा मिल जाएगी.
  • गूगल वन का प्रीमियर प्लान: 300GB स्टोरेज वाले इस प्लान के लिए यूजर्स को पहले 650 रुपये प्रति महीना देना पड़ता था, लेकिन अब सिर्फ 160 रुपये प्रति महीना खर्च करने पर यूजर्स को 300GB स्टोरेज की सुविधा मिल जाएगी.

सिर्फ इन यूजर्स के लिए ऑफर उपलब्ध

हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि गूगल वन का यह ऑफर सिर्फ तीन महीने के लिए वैलिड होगा, और इसका फायदा सिर्फ उन यूजर्स को मिलेगा, जिन्होंने अभी तक गूगल वन की सर्विस का इस्तेमाल नहीं किया है. 

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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