टैकनोलजी

‘ये स्कैम है…’ कॉल आने पर वॉर्निंग देगा Gemini Nano, गूगल ने किया पेश

Gemini Nano: टेक दिग्गज कंपनी गूगल की तरफ से मंगलवार (14 मई) को बड़ा इवेंट Google I/O 2024 आयोजित किया गया. गूगल ने इस इवेंट के जरिए लॉर्ज लैंग्वेज मॉडल यानी Gemini AI के बारे में जानकारी दी है. कंपनी ने बताया कि अब स्कैम कॉल्स को रोकने के लिए एआई की मदद ली जायेगी. इसके साथ ही गूगल के नये एआई फीचर Gemini Nano के बारे में जानकारी दी.

गूगल ने कहा कि स्मार्टफोन को पावरफुल बनाने के लिए Gemini Nano में और ज्यादा क्षमताएं जोड़ी जा रही हैं. इसका सबसे बड़ा फायदा यही होगा कि जिस तरह आप दुनिया को समझते हैं, ऐसे ही आपका फोन में उसी माध्यम से दुनिया को समझ सकता है. इस फीचर के साथ Accesibility Feature टॉकबैक को बढ़ावा मिलेगा, जिससे नेत्रहीन यूजर्स को भी फोन यूज करने में सहूलियत होगी. 

गूगल ने Gemini Nano के बारे में बताया 

कंपनी ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल एक्स से पोस्ट करते हुए लिखा कि थैंक्स टू जेमिनी,  एंड्रॉयड को जैसे ही पता चलेगा कि यह कोई स्कैम कॉल है तो ये आपके लिए पहले ही चेतावनी जारी कर देगा. गूगल ने आगे लिखा कि आने वाले महीनों में इसको लेकर और न्यूज मिलने वाली हैं. 

Gemini 1.5 Pro को डेवलपर्स के लिए कराया गया उपलब्ध

कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई ने जेमिनी के लेटेस्ट वर्जन Gemini 1.5 Pro को दुनिया भर के सभी डेवलपर्स के लिए उपलब्ध करा दिया है. ये 35 भाषाओं में उपलब्ध कराया गया है, जो कि  अब वर्कस्पेस लैब्स पर उपलब्ध है.

गूगल के CEO ने क्या कहा

गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई के मुताबिक, Gemini AI को गूगल के वर्क स्पेस में लाया जा रहा है, जिसका इस्तेमाल सर्च इंजन की क्षमता बढ़ाने के लिए किया जाएगा. जेमिनी एआई को जीमेल और गूगल मीट जैसे अपने वर्कस्पेस में लाने से यूजर्स को काफी सहूलियत मिलेगी और उनका समय भी बचेगा.

यह भी पढ़ें:-

Google I/O 2024: गूगल बढ़ाएगा Gemini AI की ताकत, यूजर एक्सपीरियंस बढ़ाने के लिए किया ये काम 

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button