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BSNL ने लॉन्च किए दो सस्ते प्लान, मात्र 58 और 59 रुपये में मिलेंगे बहुत सारे बेनिफिट्स!

BSNL New Plans List: BSNL अपने कस्टमर्स के लिए कई सस्ते प्लान्स लॉन्च कर रही है. अगर आप भी महंगे प्लान्स के चक्कर में ज्यादा पैसे खर्च नहीं करना चाहते हैं, तो बीएसएनएल के इन प्लान्स को खरीदने के बारे में सोच सकते हैं. आइए हम आपको इन प्लान्स के बेनिफिट्स के बारे में बताते हैं. बीएसएनएल ने 58 और 59 रुपये वाले दो प्लान लॉन्च किए है. इनमें से एक प्लान सिर्फ Data के लिए है और दूसरा डेटा और वॉइस कॉलिंग दोनों के लिए है.

BSNL का 58 रुपये वाला प्लान 

इस प्लान में 7 दिन की वैलिडिटी मिलती है, जिसमे आपको 7 दिन तक हर रोज 2GB डेटा मिलेगा और कुल मिलाकर 14GB डेटा बेनिफिट मिलेगा. हालांकि, आप इस प्लान का फायदा तभी उठा सकते हैं, जब आपके पास कोई  एक्टिव प्लान पहले से उपलब्ध हो. 

BSNL का 59 रुपये वाला प्लान 

अगर बीएसएनएल के 59 रुपये वाले प्लान की बात की जाए तो उसमे डेटा और कालिंग दोनों उपलब्ध है. यह पैक भी सिर्फ 7 दिन की वैलिडिटी के साथ आता है, इसमें आपको 7 दिन तक हर रोज 1GB डाटा मिलेगा और 7 दिनों तक अनलिमिटेड वॉइस कॉलिंग की सर्विस भी मिलेगी.

BSNL में भी अब आने वला है 4G ऑप्शन

BSNL के अधिकारीयों ने पीटीआई से बात करते हुए ये बताया की अगस्त से देश में बीएसएनएल भी अपनी 4G सर्विसेज रोल आउट कर देगा. बताया जा रहा हैं की BSNL 4G की स्पीड 40-45mbps तक हो सकती है. बीएसएनएल की सर्विसेज 700MHz पर लॉन्च होगी पर पायलट प्रोजेक्ट के दोरान इसे 2100MHz पर ले जाया जायेगा.

बीएसएनएल का भविष्य कैसा होगा?

जियो और एयरटेल ने अपनी-अपनी 5जी सर्विसेज़ को देश के गांव-देहात में भी पहुंचाना शुरू कर दिया है. ऐसे में गांव-देहात में पिछले कई सालों से अच्छी सर्विस देने वाली कंपनी बीएसएनएल के लिए टेलीकॉम मार्केट में टिके रहना आसान नहीं होगा. बीएसएनएल को अगर जियो और एयरटेल जैसी कंपनियों की टक्कर में आना है, तो उन्हें कुछ बड़ा करना होगा.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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