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कैटरीना कैफ से फैन ने पूछा ‘मैरी क्रिसमस’ पर बेस्ट रिएक्शन, एक्ट्रेस ने ऐसे दिया जवाब

Best Reaction For Merry Christmas: कैटरीना कैफ इन दिनों अपनी फिल्म ‘मैरी क्रिसमस’ को लेकर सुर्खियों में हैं. उनकी फिल्म 12 जनवरी को रिलीज हुई है. हालांकि फिल्म को दर्शकों का कोई खास रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा है. 60  करोड़ के बजट में बनी ये फिल्म एक हफ्ते में अपने बजट का एक कोना भी नहीं कमा सकी है. इस बीच कैटरीना कैफ ने अपनी फिल्म पर पकि विक्की कौशल का रिएक्शन शेयर किया है.

दरअसल कैटरीना कैफ ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पर ‘आस्क मी एनीथिंग’ सेशन चलाया. इस दौरान किसी फैन ने कैटरीना से फिल्म ‘मैरी क्रिसमस’ पर मिले बेस्ट रिएक्शन के बारे में पूछा. इसपर एक्ट्रेस ने जवाब देते हुए एक खास फोटो शेयर की. फोटो में विक्की कौशल कैटरीना को गले लगाते दिखाई दे रहे हैं. इस फोटो के साथ कैटरीना ने कैप्शन में लिखा- ‘झप्पी फ्रॉम हबी.’

कितनी हुई ‘मैरी क्रिसमस’ की कमाई?
‘मैरी क्रिसमस’ को श्रीराम राघवन ने डायरेक्ट किया है. इस क्राइम-थ्रिलर फिल्म में कैटरीना कैफ के साथ विजय सेतुपति लीड रोल में दिखाई दिए हैं. ‘मैरी क्रिसमस’ के जरिए पहली बार कैटरीना-विजय पहली बार स्क्रीन पर एक साथ दिखाई दिए हैं. लेकिन ऐसा लग रहा है कि पर्दे पर लोगों को उनकी जोड़ी पसंद नहीं आई. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कमाने में स्ट्रगल कर रही है और एक हफ्ते में सिर्फ 14.87 करोड़ रुपए ही कमाए हैं.

कई बार टली रिलीज डेट
कैटरीना कैफ की ‘मैरी क्रिसमस’ की रिलीज डेट दो बार पोस्टपोन हो चुकी थी. फिल्म पहले दिसंबर 2022 में रिलीज होने वाली थी लेकिन तब फिल्म की रिलीज डेट एक साल के लिए टाल दी गई थी. इसके बाद फिल्म 2023 में क्रिसमस के मौके पर रिलीज होनी थी लेकिन मेकर्स ने एक बार फिर फिल्म की रिलीज डेट टाल दी. लंबे इंतजार के बाद आखिरकार फिल्म 12 जनवरी को मकर संक्रांति के मौके पर सिनेमाघरों में आई हालांकि कुछ खास कमाल ना दिखा सकी.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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