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शाहरुख खान को देख एक्साइटेड हुए फैंस, बोले- ’10 दिन में 1000 करोड़ कमाएगी जवान’

Shah Rukh Khan Film Jawan Trailer Reaction : बॉलीवुड इंडस्ट्री के सुपरस्टार शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) की फिल्म मच-अवेटेड फिल्म ‘जवान’ (Jawan) का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है। आखिरकार फैंस जिस पल का इंतजार कर रहे थे वो आ ही गया। फिल्म के ट्रेलर में काफी एक्शन दिखाया गया है और फिल्म ‘जवान’ में शाहरुख खान के अलग-अलग लुक और अंदाज को देखकर उनके फैंस इंप्रेस हो रहे हैं। शाहरुख खान की फिल्म ‘जवान’ का ट्रेलर लोगों को खूब पसंद आ रहा है जिस पर जमकर कमेंट आ रहे हैं। आइए जानते हैं कि शाहरुख खान और उनकी फिल्म ‘जवान’ को लेकर लोगों ने क्या रिएक्शन दिए हैं। Also Read – Jawan Trailer: शाहरुख खान की ‘जवान’ का ट्रेलर हुआ रिलीज, एक-एक सीन खड़े कर देगा रोंगटे

फिल्म ‘जवान’ पर आए पॉजिटिव रिएक्शन

शाहरुख खान ने अपनी अपकमिंग फिल्म ‘जवान’ का ट्रेलर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है। फिल्म के ट्रेलर पर फैंस जमकर रिएक्शन दे रहे हैं और उनके ट्वीट देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह शाहरुख खान की फिल्म ‘जवान’ के लिए कितना एक्साइटेड हैं। ये फिल्म 7 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। Also Read – Jawan के प्री- रिलीज इवेंट में Shah Rukh Khan ने मारी धांसू एंट्री, विजय सेतुपति के अंदाज ने जीता दिल

फिल्म ‘जवान का एटली कुमार ने किया डायरेक्शन

एटली कुमार के डायरेक्शन में बनने वाली फिल्म ‘जवान’ में शाहरुख खान के साथ नयनतारा, योगी बाबू, रिद्धि डोगरा और सुनील ग्रोवर भी नजर आएंगे। फिल्म ‘जवान’ में शाहरुख खान और एटली कुमार पहली बार काम कर रहे हैं। शाहरुख खान की ये पहली पैन इंडिया फिल्म है। Also Read – Jawan के प्री- रिलीज इवेंट में जमकर थिरके Shah Rukh Khan, जबरदस्त डांस से हिलाया स्टेज

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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