टैकनोलजी

जिस फ्लाइट से दिल्ली आ रही हैं शेख हसीना उसे कैसे कर सकते हैं ट्रैक? यहां मिलेगा पल-पल का अपडेट

Sheikh Hasina Flight Live Tracking: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया है और फिर देश छोड़कर चली गई. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि शेख हसीना पहले दिल्ली आ सकती हैं और फिर दिल्ली से लंदन जा सकती हैं. फ्लाइटरडार24 वेबसाइट के अनुसार, वायु सेना के विमान AJAX1431 को 29 हजार से ज्यादा लोगों को ट्रैक किया जा रहा है, जो अब दुनिया में सबसे अधिक ट्रैक किया जाने वाला विमान है. 

टेक्नोलॉजी आने से हर चीज को लाइव ट्रैक किया जा सकता है. अगर आप भी किसी फ्लाइट को ऑनलाइन ट्रैक करना चाहते हैं तो हम आपकी मदद सकते हैं. आज हम आपको 7 फ्लाइट ट्रैकर ऐप्स (Flight Tracker Apps) के बारे में बताएंगे, जो आपको फ्लाइट से जुड़ी हर डिटेल प्राप्त कर सकते हैं. 

फ्लाइटराडार24

 (Flightradar24) ऐप को आप आसानी से iPhone और iPad में फ्री में इंस्टॉल कर सकते हैं. यह ऐप वर्ल्ड वाइड के फ्लाइट की डिटेल्स देती है. इस ऐप में आपको एयरपोर्ट की जानकारी, फ्लाइट डिटेल्स, हिस्ट्री डाटा, फ्लाइट फिल्टर जैसे जानकारी मिल जाएगी.

फ्लाइटस्टैट्स

फ्लाइटस्टैट्स (FlightStats) को आप Ios और एंड्रॉयड में इंस्टॉल कर सकते हैं. साथ ही साथ आप वेब में भी आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. यह ऐप रियल टाइम फ्लाइट की स्थिति और एयरपोर्ट को ट्रैक कर सकते हैं.

आप इस ऐप की मदद से आसानी से फ्लाइट नंबर, एयरपोर्ट रूट के बारे में चेक कर सकते हैं. इसके अलावा, दुनिभर की फ्लाइट्स को लाइव ट्रैक कर सकते हैं. 

फ्लाइटअवेयर

फ्लाइटअवेयर (FlightAware) को आप वेब, आईओएस और एंड्रॉयड में यूज कर सकते हैं. इसमें आप रियल टाइम ट्रैकिंग के साथ एयरपोर्ट की स्थिति भी देख सकते हैं. यहां आप फ्लाइट की संख्या और एयरपोर्ट रूट भी चेक कर सकते हैं. 

ये भी पढ़ें-

अकेलापन भगाएगा ‘Friend’, आपकी हर परेशानी को करेगा दूर, जानें कैसा काम करता है ये AI गैजेट?

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button