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iOS पर ग्रुप सेटिंग स्क्रीन के लिए नया इंटरफेस रिलीज करेगा Whatsapp

मेटा के ओनरशिप वाला व्हाट्सऐप (Whatsapp) कथित तौर पर आईओएस (iOS) के ग्रुप सेटिंग स्क्रीन के लिए एक नया इंटरफेस जारी करने वाला है. डब्ल्यूएबीटाइंफो के मुताबिक, ऐप स्टोर से व्हाट्सऐप के स्टेबल वर्जन का इस्तेमाल करने वाले ग्रुप एडमिनिस्ट्रेटर अब नया अपडेट इंस्टॉल करने के बाद ग्रुप सेटिंग्स स्क्रीन (group settings screen on iOS) के लिए नए इंटरफेस के साथ प्रयोग कर सकते हैं.

कंपनी ऐड कर रही ये ऑप्शन

खबर के मुताबिक, एक रीडिजाइन की गई ग्रुप सेटिंग स्क्रीन के साथ कंपनी “एक नया अन्य प्रतिभागियों को जोड़ें” ऑप्शन ऐड कर रही है जो ग्रुप एडमिन को यह चुनने की परमिशन देता है कि कौन ग्रुप में नए सदस्यों को जोड़ सकता है. इसके अलावा, रिपोर्ट में कहा गया है कि जिनके पास यह सुविधा नहीं है, वे आने वाले सप्ताह में इसे हासिल कर सकते हैं. 

नया इंटरफेस आईओएस यूजर्स के लिए उपलब्ध

रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रुप सेटिंग स्क्रीन (group settings screen on iOS) के लिए नया इंटरफेस आईओएस यूजर्स के लिए उपलब्ध है, जो ऐप स्टोर से व्हाट्सऐप का लेटेस्ट अपडेट इंस्टॉल करते हैं और यह उन यूजर्स के लिए भी रोल आउट हो रहा है, जो बीटा वर्जन का इस्तेमाल करते हैं. इस बीच, व्हाट्सऐप (Whatsapp) ने ब्रॉडकास्ट मैसेजिंग के लिए ऐप के अन्दर – चैनल नामक एक नई सुविधा शुरू की है, जो लोगों और संगठनों से महत्वपूर्ण अपडेट हासिल करने का एक सरल, विश्वसनीय और निजी तरीका है.

व्हाट्सऐप (Whatsapp) ने कहा कि वह अपडेट नामक एक नए टैब में चैनल बना रही है, जहां यूजर – परिवार, दोस्तों और समुदायों के साथ उनकी चैट से अलग – स्थिति और चैनल का चयन करेंगे.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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