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‘ऐसी फिल्में बनाना खतरनाक है’, राम गोपाल वर्मा ने रणबीर कपूर की ‘रामायण’ पर क्यों कही ये बात?

पॉपुलर डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा तमाम मुद्दों पर खुलकर बात करते हैं और अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। राम गोपाल वर्मा फिल्म इंडस्ट्री पर भी निशाना साधने से नहीं चूकते हैं। अब राम गोपाल वर्मा ने एक इंटरव्यू के दौरान रणबीर कपूर की फिल्म रामायण को लेकर किए गए सवाल पर जवाब दिया है। राम गोपाल वर्मा का कहना है कि पौराणिक कथाओं पर फिल्म बनाना खतरनाक है। इसके अलावा राम गोपाल वर्मा ने पौराणिक कथाओं पर बनने वाली फिल्मों को लेकर तमाम बातें कही हैं। आइए जानते हैं कि राम गोपाल वर्मा ने क्या कहा है।

राम गोपाल वर्मा ने फिल्म ‘रामायण’ पर कही ये बात

राम गोपाल वर्मा ने हाल ही में गलाटा प्लस को एक इंटरव्यू दिया है। इस दौरान राम गोपाल वर्मा से रणबीर कपूर की फिल्म ‘रामायण’ और इस तरह से दूसरे प्रोजेक्ट पर सवाल किया गया। इस राम गोपाल वर्मा ने कहा, ‘पौराणिक कथाओं पर फिल्में बनाना बहुत खतरनाका है। इसके दो कारण हैं, पहला कारण ये है कि जो कहानियां लोगों को पता है और आप उन्हें अलग तरह से पेश करते हैं। इसका उल्टा असर भी हो सकता है। दूसरा कारण ये है कि आप हमारे देश में ऐसा करने की कोशिश नहीं कर सकते क्योंकि लोग उनकी पूजा करते हैं।’ Also Read – SS Rajamouli समेत बॉलीवुड में चला इन 7 Tollywood डायरेक्टर्स का सिक्का, ब्लॉकबस्टर फिल्मों से हिला डाले सिनेमाघर

राम गोपाल ने फिल्म ‘आदिपुरुष’ पर भी दिया रिएक्शन

राम गोपाल वर्मा ने फिल्म ‘आदिपुरुष’ का उदाहरण देते हुए कहा, ‘रामायण पर आधारित इस फिल्म को लोगों की आलोचना का सामना करना था। फिल्म में रावण और हनुमान के लुक की काफी चर्चा रही। जिस तरह से फिल्म में दिखाया गया था उसका लोगों ने विरोध किया था। इस तरह से लगातार आलोचना के कारण ऐसे टॉपिक को चुनना खतरनाक साबित हो सकता है।’ फिल्ममेकर्स के द्वारा यंग दर्शको को आकर्षित करने के गोल के सवाल पर राम गोपाल वर्मा ने कहा, ‘अगर फिल्ममेकर्स का ये गोल हो तो उन्हें ये दावा नहीं करना चाहिए कि वो रामायण बना रहे हैं। मेरा प्वाइंट है कि क्यों ना एक नई कहानी बनाइए और उसे रामायण का टाइटल मत दीजिए। अगर आप आदिपुरुष को प्रभास की फिल्म कहकर बेचेंगे तो उसे लोग अलग नजरिए से देखेंगे और कहेंगे ये रामायण है तो उसे अलग तरह से देखेंगे। इस तरह से फिल्में विवाद से बच सकती है।’ Also Read – South Gossips Today: राम चरण को इस शख्स ने बताया बोरिंग, आरआरआर संगीतकार एमएम कीरावनी की मां का हुआ निधन

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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