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Kavaan Jadu Song: रवि किशन ने 14 साल छोटी मोनालिसा संग की हदें पार, वीडियो देख पानी-पानी हुए फैंस | Bollywood Life हिंदी

भोजपुरी इंडस्ट्री के सुपरस्टार रवि किशन आए दिन किसी न किसी वजह से चर्चा में बने रहती हैं। रवि किशन ने भोजपुरी से लेकर बॉलीवुड तक की कई फिल्मों में काम किया हैं। रवि किशन अपनी शानदार एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं। इसके अलावा रवि किशन ने साउथ की कई मूवीज में अपना जलवा बिखेरा हैं। इस बीच रवि किशन का एक पुराना गाना इंटरनेट पर फिर से वायरल हो रहा है। इस गाने में रवि किशन ने मोनालिसा संग ऐसा रोमांस किया है कि सभी लोग पानी-पानी हो गए हैं।

रवि किशन ने की सारी हदें पार

भोजपुरी स्टार रवि किशन और मोनालिसा का गाना ‘कवन जादू’ इंटरनेट पर आग की तरह फैल रहा है। इस सॉन्ग में मोनालिसा और रवि किशन और मोनालिसा ने सारी हदें पार कर दी हैं। इन दोनों का ये अंदाज देख फैंस के पसीने छूट गए हैं। मोनालिसा और रवि किशन की केमिस्ट्री ने इंटरनेट पर आग लगा दी है। बता दें कि इस गाने में बॉलीवुड के दिग्गज सिंगर उदित नारायण और सोनाली दत्त ने गाया है। वहीं गाने के बोल अखिलेश पांडे ने लिखे हैं और संगीत गणेश पांडे ने दिया है। Also Read – भोजपुरी स्टार पवन सिंह ने मोनालिसा संग किया ऐसा रोमांस, तंग आकर एक्ट्रेस बोलीं- ‘मुआई दिहला राजाजी’

यहां देखें मोनालिसा-रवि किशन के गाने का वीडियो:

सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं मोनालिसा

भोजपुरी एक्ट्रेस मोनालिसा सोशल मीडिया पर खासा एक्टिव रहती हैं। एक्ट्रेस अक्सर अपने फैंस के साथ तस्वीरें और वीडियोज शेयर करती रहती हैं। मोनालिसा के हर पोस्ट पर लोग जमकर प्यार बरसाते हैं। भोजपुरी एक्ट्रेस मोनालिसा अब टीवी की दुनिया में धमाल मचा रही हैं। उन्होंने कई टीवी शोज में काम किया है। इसके अलावा मोनालिसा ने कई रियलिटी शोज में भी काम किया है। वो सलमान खान के शो बिग बॉस में नजर आई थी। इस शो की वजह से ही मोनालिसा को असल पहचान मिली थी। मोनालिसा की फैन फॉलोइंग काफी तगड़ी है। Also Read – भोजपुरी एक्ट्रेस मोनालिसा ने साड़ी में दिखाए लटके-झटके, वीडियो देख लोग बोले- ‘गर्दा उड़ा दिया मैडम’

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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