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WhatsApp का एक नया फीचर, कंट्रोल कर सकेंगे फोटो-वीडियो की क्वालिटी

WhatsApp: व्हाट्सऐप अपने ऐप को लगातार बेहतर करने के लिए इसमें बहुत सारे खास फीचर्स को जोड़ता जाता है. व्हाट्सऐप अपने यूज़र्स की जरूरत को समझता है और उन्हीं के हिसाब से अपने फीचर में बदलाव या नए फीचर को एड करता जाता है. शायद, इसी वजह से व्हाट्सऐप दुनिया का सबसे लोकप्रिय मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है. इस बार भी व्हाट्सऐप ने अपने ऐप में बड़े काम का फीचर रोलआउट करना शुरू किया है.

व्हाट्सऐप का नया फीचर

व्हाट्सऐप के बहुत सारे यूज़र्स अपने अकाउंट से किसी को फोटो या वीडियो सेंड करने से पहले उसकी क्वालिटी को कंट्रोल करना चाहते हैं. यूज़र्स सेंड करने से पहले भी फोटो या वीडियो की क्वालिटी को कम या ज्यादा करना चाहते हैं, लेकिन यूज़र्स ऐसा कर नहीं पाते हैं. इस वजह कभी हाई क्वालिटी फोटो और वीडियो की वजह से यूज़र्स का फोन स्टोरेज भर जाता है, जिसकी जरूरत नहीं थी. वहीं, कभी-कभी किसी फोटो या वीडियो को हाई क्वालिटी में देखने की जरूरत होती है, लेकिन उसके लिए यूज़र्स को थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके इमेज या वीडियो की क्वालिटी को हाई या लो करना पड़ता है.

व्हाट्सऐप अब अपने यूज़र्स की इस परेशानी को दूर करने जा रहा है. व्हाट्सऐप ने एंड्रॉयड वर्ज़न के यूज़र्स के लिए एक नया फीचर रोल आउट करना शुरू किया है. इस फीचर का नाम मीडिया अपलोड क्वालिटी है. कंपनी ने इसे एंड्रॉयड यूज़र के लिए गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध करा दिया है. आपको अपने फोन में व्हाट्सऐप को अपडेट करना होगा, जिसके बाद आप इस फीचर का फायदा उठा पाएंगे. 

मीडिया क्वालिटी के लिए दो विकल्प

हालांकि, अगर आपके फोन में व्हाट्सऐप को अपडेट करने के बाद भी यह फीचर ना मिले तो आपको कुछ दिनों का इंतजार करना पड़ सकता है. उसके बाद आप फिर से अपने फोन में व्हाट्सऐप को अपडेट करेंगे तो आपको भी इस फीचर की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी.

इस स्क्रीनशॉट में आप देख सकते हैं कि कैसे यूज़र्स अब व्हाट्सऐप से किसी फोटो या वीडियो को शेयर करने से पहले उसकी क्वालिटी को स्टैंडर्ड या एचडी में बदल सकते हैं. स्टैंडर्ड क्वालिटी में लिखा हुआ है कि यह तेजी से सेंड हो जाएगा और इसका साइज भी छोटा होगा. वहीं, एचडी में लिखा है कि यह धीरे से सेंड होगा और 6 गुना बड़े साइज का हो सकता है.

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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