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तिग्मांशु धूलिया का इंस्टाग्राम अकाउंट हुआ हैक, फिल्म मेकर ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत

Tigmanshu Dhulia IG Account Hack: ‘हासिल’ और ‘पान सिंह तोमर’ जैसी फिल्मों के लिए मशहूर तिग्मांशु धूलिया से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है. दरअस फिल्म मेकर का इंस्टाग्राम अकाउंट हैक हो गया है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो  डायरेक्टर ने इसे लेकर एक्शन लिया है और अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के हैक होने की पुलिस में भी शिकायत दर्ज करा दी है. फिलहाल पुलिस मामले में जांच-पड़ताल कर रही है.

तिग्मांशु को अकाउंट हैक होने का पता कैसे चला?
ईटाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक तिग्मांशु धूलिया के इंस्टा अकाउंट की हैकिंग तब सामने आई जब हैकर ने डायरेक्टर के दोस्तों और कान्टेक्ट में शामिल लोगों से फाइनेंशियल हेल्प के लिए मैसेज भेजना शुरू किया. एक दोस्त ने जब तिग्माशु को फोन कर इस बारे में पूछा तब जाकर अकाउंट हैक होने का पता चला.

तिग्मांशु अपने इंस्टा पर ज्यादा एक्टि नहीं हैं
तिग्मांशु अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर बहुत एक्टिव नहीं हैं उनका आखिरी अपडेट दिसंबर 2022 में एक इवेंट के बारे में था जिसमें उन्होंने जापानी फिल्म मेकर ओज़ा युसुजिरो का जश्न मनाया था. फिल्म मेकर के इंस्टाग्राम पर केवल 16 पोस्ट हैं, और उनके बीस हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं.

कई सेलेब्स हो चुक हैं ऑनलाइन हैकिंग का शिकार
बता दें कि तिग्मांशु धूलिया से पहले भी कई सेलेब्स के अकाउंट हैक हो चुक हैं. इनमें  अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन और नोरा फतेही जैसे सेलेब्स शामिल हैं जो ऑनलाइन हैकिंग का शिकार हुए थे.

 तिग्मांशु धूलिया वर्क फ्रंट
वहीं प्रोफेशनल फ्रंट की बात करें तो तिग्मांशु धूलिया ने अरशद वारसी और प्रतीक गांधी स्टारर अपनी अपकमिंग फिल्म ‘घमासान’ की शूटिंग पहले ही पूरी कर ली है. वह जल्द ही अपने ओटीटी शो ‘द ग्रेट इंडियन मर्डर’ के दूसरे सीजन पर काम शुरू करेंगे. इस शो में ऋचा चड्ढा के साथ प्रतीक गांधी भी लीड रोल में नजर आएंगे.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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