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नर्वस विक्की कौशल को जब पत्नी कैटरीना कैफ ने भेजा था ये वीडियो, खुशी में सब भूल गए थे एक्टर

Katrina Kaif Sent A Video To Vicky: कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) और विक्की कौशल (Vicky Kaushal) बॉलीवुड के पावर कपल्स में से एक हैं. ये पावर कपल साल 2021 में शादी के बंधन में बंधा था. विक्की और कैटरीना अक्सर कपल गोल्स सेट करते हुए नजर आते हैं. एक-दूसरे की तारीफ करने का ये कपल एक मौका नहीं छोड़ता है. हाल ही में विक्की कौशल एक इवेंट में गए थे जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे कैटरीना ने उनकी एक इवेंट से नर्वसनेस दूर करने में मदद की थी. 

विक्की कौशल हाल ही में एक इवेंट में गए थे. जहां उन्होंने कैटरीना के बारे में बात करते हुए कहा- मैं साल 2020 में एक इवेंट पर जाने से पहले नर्वस था. तब मुझे एक चीज ने बहुत मदद की. कैटरीना बच्चों के साथ खेल रही थईं. वह बच्चों का अनुएल फंक्शन सेलिब्रेट कर रहे थे और मुझे बच्चों की परफॉर्मेंस की वीडियो भेज रही थीं. 

बच्चों ने बोला All The Best
विक्की ने आगे कहा- मैं बच्चों को स्टेज पर परफॉर्म करता देख रहा था, एक गिराफ बना था, एक सनफ्लावर बना था. वो डांस कर रहे थे. वे सब हंस रहे थे और बोले- ऑल द बेस्ट विक्की अंकल और फिर सब बदल गया. उस वीडियो से मुझे बहुत अच्छा लगा.  वो सभी बिना किसी टेंशन के परफॉर्म कर रहे थे. इस फीलिंग के साथ मैं स्टेज पर गया.

विक्की कौशल की सास ने कुछ समय पहले कैटरीना कैफ की बच्चों के साथ बात करते हुए तस्वीरें शेयर की थीं. 

कैटरीना कैफ और विक्की कौशल की शादी राजस्थान में हुई थी. शादी में फैमिली के लोग और कुछ खास दोस्त शामिल हुए थे. विक्की और कैटरीना की शादी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थीं.

वर्कफ्रंट की बात करें तो विक्की कौशल आखिरी बार फिल्म जरा हटके जरा बचके में सारा अली खान के साथ नजर आए थे. वह जल्द ही सैम बहादुर में फातिमा सना शेख और सान्या मल्होत्रा के साथ नजर आएंगे.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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