बॉलीवुड और मनोरंजन

Alia Bhatt ने पहली बार नेपोटिज्म पर किया रिएक्ट, बोलीं- ‘आसान शुरुआत मिली थी लेकिन…’

Alia Bhatt On Nepo Baby: फिल्म इंडस्ट्री में बीते कई सालों से नेपोटिज्म (Nepotism) को लेकर बहस छिड़ी हुई है। वैसे तो ज्यादातर सेलेब्स बॉलीवुड में फैले भाई-भतीजावाद पर टिप्पणी करने से बचते हैं, लेकिन सिनेमा जगत में कुछ ऐसे भी सेलेब्स हैं, जिन्होंने नेपोटिज्म पर खुलकर प्रहार किया। हाल ही में एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) भी इस नेपोटिज्म की बहस में शामिल हुईं। इस दौरान एक्ट्रेस ने कहा था कि स्टारकिड्स को आउटसाइडर्स से ज्यादा मौके मिलते हैं। एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू में कहा था, “मैं नेपो बेबी नहीं थी इसलिए जब करियर की शुरुआत में मेरी 6 फिल्में बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली तो मैं डर गई थी।” प्रियंका के बाद एक्ट्रेस पूजा बेदी की बेटी अलाया फर्नीचरवाला ने भी नेपोटिज्म पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि मैं पूरी तरह से ‘नेपो बेबी’ नहीं हूं। Also Read – अपने चहेतों के नाम इन सितारों ने कर डाली करोड़ों की प्रॉपर्टी, गिफ्ट में दिए महंगे घर

‘नेपो बेबी’ होने पर आलिया भट्ट ने किया रिएक्ट

अब हाल ही में एक्ट्रेस आलिया भट्ट (Alia Bhatt) ने नेपोटिज्म पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू के दौरान इस बात को स्वीकार किया कि नेपोटिज्म के कारण उन्हें आसान शुरुआत मिल गई थी। लेकिन इसके साथ ही एक्ट्रेस ने यह भी कहा कि केवल नेपोटिज्म के दम पर ही आप इतनी दूर तक नहीं आ सकते है क्योंकि आखिर में ऑडियंस ही मायने रखती है। Also Read – Alia Bhatt की सादगी ने लूटा ट्रोल्स का दिल, तस्वीरें देख फैंस ने पूछा- क्यूटनेस का राज क्या है?

वोग इंडिया को दिए इंटरव्यू में आलिया भट्ट ने कहा, “केवल एक काम जो मैं कर सकती थी कि वो था कि मैं अपने काम को बेहतर करूं, जिससे यह साबित हो जाए कि मैं इस इंडस्ट्री के लिए ही बनीं हूं।” एक्ट्रेस ने यह नेपोटिज्म को लेकर कहा, “हां, इससे मुझे आसान शुरुआत तो मिल गई लेकिन फिर यह आपके हाथ में है कि आप कैसे काम करते हैं। वास्तव में ऑडियंस ही टैलेंट की सबसे अच्छी जज होती है। आप उस पृष्ठभूमि से आ सकते हैं जो आपको सहारा देती है लेकिन आखिरकार ऑडियंस ही यह तय करेगी कि आप वहां से हैं या फिर नहीं।”

अलाया फर्नीचरवाला ने नेपोटिज्म को लेकर कहा था, “मैं खुद को पूरी तरह से नेपो बेबी नहीं समझती क्योंकि आपको यह समझने की जरूरत है कि इसमें विभिन्न स्तर हैं। मेरी मां इंडस्ट्री से ऊब चुकी थीं, मेरे पैदा होने से पहले ही उन्होंने एक्टिंग छोड़ दी थी। मैं इंडस्ट्री की पार्टीज में पली-बढ़ी नहीं हूं, यह कभी भी मेरी जिंदगी नहीं रही है। तो मुझे कभी-कभी बहुत ज्यादा निराशा होती है कि यहां पर नेपोटिज्म का लेबल अलग-अलग है। ” Also Read – एयरपोर्ट पर कुछ इस खास अंदाज में नजर आई Alia Bhatt, फैंस का लगा ताता

बॉलीवुड, हॉलीवुड, साउथ, भोजपुरी और टीवी जगत की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें…
बॉलीवुड लाइफ हिन्दी के फेसबुक पेज, ट्विटर पेज,
यूट्यूब पेज
और इंस्टाग्राम अकाउंट से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें…

ताजा गॉसिप के लिए हमें फेसबुक मैसेंजर पर फॉलो करें।


Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button