उत्तर भारतीय लोगों को आतंकियों का भय, अब तक गुजरात से 20 हजार लोगों के पलायन का दावा!

गुजरात में पिछले कुछ दिनों से उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले को लेकर क्षेत्रवाद का मामला फिर से गरम हो गया है। गुजरात के साबरकांठा जिले में 14 माह की बच्ची से बलात्कार की घटना के बाद गैर-गुजरातियों पर हमले शुरू हो गए। जिसके बाद कई क्षेत्रों में व्याप्त भय के माहौल के चलते यूपी-बिहार के लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है। इन दोनों प्रदेशों के लोगों को डर के मारे गुजरात छोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
इन हमलों के बाद हिंदी भाषा के लोगों को गुजरात से बाहर जाने के बीच राज्य सरकार ने सोमवार को उनसे लौटने की अपील की। इन हमलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुजरात सीएम से बात की और सुरक्षा का हाल-चाल लिया। दोनों का बयान है कि गुजरात सीएम ने उन्हें इस तरह की घटनाओं पर कड़े एक्शन लेने का भरोसा दिया है।
वहीं उत्तर भारतीय विकास परिषद के अध्यक्ष महेशसिंह कुशवाह ने दावा किया कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार के करीब 20 हजार लोग गुजरात से बाहर चले गए हैं। इस मामले को लेकर कांग्रेस और भाजपा एक-दूसरे पर जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने दावा किया था कि पिछले 48 घंटों में कोई भी घटना नहीं हुई है।
लेकिन CM का ये दावा उस वक्त नजर आया जब ये खबर आई कि अहमदाबाद में करीब 47 उत्तर भारतीयों को बंधक बना लिया गया है। राज्य में रहने वाले प्रवासियों पर किए गए हमलों को लेकर पुलिस ने 35 प्राथमिकियां दर्ज की जा चुकी हैं और लगभग 450 लोगों को हिरासत में लिया गया है। रूपाणी ने लोगों से हिंसा से अलग रहने की अपील करते हुए, पलायन कर रहे लोगों से भी लौटने की अपील की है।