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पैपराजी को रेखा ने मारा थप्पड़, फोटोग्राफर ने इस तरह किया रिएक्ट

Rekha Slap Paparazzi: बॉलीवुड की दिग्गज अदाकारा रेखा (Rekha) जहां भी जाती हैं सभी को अपना दीवाना बना लेती हैं. रेखा अब फिल्मों में नजर नहीं आती हैं लेकिन वह कई पब्लिक इवेंट में आती-जाती रहती हैं जिसकी वजह से वो हर जगह छाई रहती हैं. बुधवार को रेखा एक इवेंट में गईं थीं जहां से उनका वीडियो वायरल हो रहा है. ग्रे कलर की आउटफिट में रेखा बला की खूबसूरत लग रही थीं. रेखा का इवेंट का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में वह पैपराजी को थप्पड़ मारती हुई नजर आ रही हैं.

बुधवार क रात को मुंबई में ग्लोबल स्पा अवॉर्ड्स हुए थे. इस अवॉर्ड फंक्शन में रेखा, जरीन खान, वाणी कपूर, मानुषी छिल्लर और रणदीप हुड्डा समेत कई कलाकार पहुंचे थे. इस इवेंट में जिनसे सबकी नजरें अपनी तरफ खींची वो थीं रेखा.

पैपराजी को मारा थप्पड़
रेखा का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें वह इवेंट से निकलकर बाहर जा रही होती हैं और तभी पैपराजी उन्हें घेर लेते हैं. एक पैपराजी उनके साथ फोटो क्लिक कराने के लिए आता है. इसी दौरान रेखा उन्हें मस्ती में गाल पर प्यार से थप्पड़ मार देती हैं.

रेखा से थप्पड़ खाने के बाद पैपराजी का रिएक्शन देखने वाला है. वह खुशी से ब्लश करने लगते हैं. ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. फैंस इस पर ढेर सारे कमेंट कर रहे हैं. एक फैन ने लिखा- बंदा तो बहुत खुश हो गया. वहीं दूसरे ने लिखा-ये कितनी प्यारी हैं.

रेखा के लुक की बात करें तो उन्होंने इंडो वेस्टर्न साड़ी पहनी थी. इसके साथ उन्होंने गोल्डन कलर का सूट पहना था. रेखा ने हर बार की तरह अपने लुक को गजरे से कंप्लीट किया था. वह इस आउटफिट में बेहद खूबसूरत लग रही थीं. उन्होंने इवेंट पर पैपराजी को पोज भी दिए थे.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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