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बेटी राहा को सीने से लगाए एयरपोर्ट पर स्पॉट हुए रणबीर कपूर, दोनों की तस्वीर जीत लेगी आपका दिल

Ranbir Kapoor Raha Kapoor: बॉलीवुड के हैंडसम हंक रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) हाल ही में अपनी लाडली बेटी राहा कपूर (Raha Kapoor) के साथ एयरपोर्ट पर स्पॉट किए गए हैं. इस दौरान पापा रणबीर राहा को अपनी गोद में लिए हुए नजर आए. दोनों की ये तस्वीर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. जिसपर फैंस काफी प्यार लुटा रहे हैं.

बेटी राहा के साथ नजर आए रणबीर
दरअसल, रणबीर कपूर और राहा की ये क्यूट तस्वीर एक्टर के किसी फैन ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की है. जिसमें रणबीर सिर पर ब्लैक कैप पहने हुए राहा को सीने से लगाए नजर आ रहे हैं. वहीं राहा तस्वीर में लाइट पिंक कलर की फ्रॉक पहने हुए हैं. हालांकि फैन ने राहा के चेहरे पर दिल वाली इमोजी लगाई है. जिससे उसका फेस साफ नजर नहीं आ रहा है. तस्वीर को शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन में लिखा कि, ‘अपने जिगर के टुकड़े को सीने से लगाए हुए’. वहीं फैंस दोनों की इस तस्वीर पर खूब प्यार बरसा रहे हैं.


इस फिल्म में नजर आएंगे रणबीर कपूर
बता दें कि रणबीर कपूर इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म ‘तू झूठी मैं मक्कार’ के प्रमोशन में बिजी चल रहे हैं. इस फिल्म में उनके साथ खूबसूरत एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर नजर आने वाली है. फिल्म के गाने इस वक्त सोशल मीडिया पर काफी तहलका मचा रहे हैं.

बता दें कि रणबीर और आलिया ने पिछले साल 14 अप्रैल को शादी की थी. वहीं शादी के करीब दो महीने बाद ही कपल ने फैंस के साथ गुड न्यूज शेयर कर दी थी. अब दोनों एक प्यारी सी बेटी के पेरेंट्स हैं. वहीं बात करें आलिया भट्ट की तो वो एक्ट्रेस डिलीवरी के बाद से ही काफी एक्टिव हैं. बहुत जल्द वो रणवीर सिंह के साथ फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ में नजर आने वाली हैं. ये फिल्म अगले साल रिलीज होगी.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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