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शाओमी 14 सीरीज नए OS-प्रोसेसर के साथ हो सकता है लॉन्च!, स्टैबल MIUI 15 वर्जन होगा इंटरफेस

चाइनीज इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी शाओमी अपने 14 सीरीज (Xiaomi 14 Series) डिवाइस पेश करने की तैयारी में है. लॉन्चिंग से पहले चर्चा इस बात की है कि यह स्मार्टफोन थोड़ा अलग होगा. एक लेटेस्ट रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8 जेन 3 Xiaomi 14 सीरीज के साथ डेब्यू करेगा. इस तरह, इस प्रोसेसर (Qualcomm Snapdragon 8 Gen 3) के साथ आने वाला पहला स्मार्टफोन शाओमी 14 सीरीज होगा.

Xiaomi 14 सीरीज नवंबर में होगा लॉन्च

खबर के मुताबिक, स्मार्टफोन और चिपसेट दोनों के बारे में कई जानकारियां लीक हुई हैं. यहां बता दें क्वालकॉम अक्टूबर में स्नैपड्रैगन समिट 2023 में अपने फ्लैगशिप चिपसेट की नेक्स्ट जेनरेशन को लॉन्च कर रहा है. शाओमी भी अपने इंटरफेस के नए वर्जन MIUI 15 की घोषणा करेगा. यह एंड्रॉयड 14 पर आधारित होगा. यह Xiaomi के अगले फ्लैगशिप की सॉफ्ट अनाउंसमेंट की तरह होगा. खबर के मुताबिक, Xiaomi 14 सीरीज स्मार्टफोन नवंबर में लॉन्च होगा.

MIUI 15 पहले से इन्स्टॉल किया होगा 

gizmochina के मुताबिक, सितंबर में Apple के नए iPhone लॉन्च को ध्यान में रखते हुए, नए चिपसेट की अनाउंसमेंट के लिए अक्टूबर ज्यादा उपयुक्त लगता है. इसके बाद नवंबर में Xiaomi 14 लॉन्च होगा. फेस्टिवल सीजन को ध्यान में रखते हुए वीवो, ओप्पो, जेडटीई और दूसरे ब्रांड्स अपने कई स्मार्टफोन लॉन्च करेंगे. Xiaomi 14 सीरीज डिवाइस स्टैबल MIUI 15 के साथ पहले से इन्स्टॉल आएगा.

इससे पहले Vivo का X90 Pro+ स्नैपड्रैगन 8 Gen 2 का इस्तेमाल कर लॉन्च किया गया पहला स्मार्टफोन था. फिर iQOO 11 और 11 Pro और फिर Xiaomi 13 सीरीज ने दस्तक दी. उम्मीद है कि स्नैपड्रैगन 8 जेन 3 सबसे पहले Xiaomi 14 सीरीज़ के साथ लॉन्च होगा. चिपसेट एक ऑक्टा-कोर डिज़ाइन से लैस होगा जिसमें एक Cortex-X4 कोर, 5x Cortex-A720 कोर और दो Cortex-A520 कोर शामिल होंगे.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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