केरल: राहत शिविरों में रुके हुए 10 लाख लोगों को महामारी का खतरा!

केरल में आए जल प्रलय से मची तबाही रुकने का नाम नहीं ले रही है। रविवार को बारिश थमने से आखिरकार लोगों ने थोड़ी राहत की सांस जरूर ली, मगर इससे पहले भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से मची त्रासदी ने लाखों लोगों को बेघर कर दिया और सैकड़ों की जानें ले लीं। बाढ़ से पीड़ित लोगों के लिए 5,645 राहत शिविर बनाए गए हैं।
वहीं केंद्रीय मंत्री के. जे. अल्फॉन्स का कहना है कि अभी करीब 10 लाख लोग राहत कैंप में रह रहे हैं। सभी जिलों में जिलाधिकारी व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस मुसीबत के समय में मछुआरे सबसे बड़े हीरो बनकर उभरे हैं। बचाव अभियान के दौरान उन्होंने अपनी करीब 600 बोट मदद के लिए दी।
केरल में इस बीच कई दिनों के बाद विमान सेवा शुरू हुई है। राज्य में करीब 3757 मेडिकल कैंप लगे हैं, जिसमें 90 किस्म की दवाईयां भेजी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि महामारी न फैले उसकी पूरी तैयारी की जा रही है। कोच्चि एयरपोर्ट बाढ़ के पानी की वजह से पूरी तरह डूब गया था, जिसके बाद अब नेवल एयर स्टेशन पर विमान सेवा को शुरू किया गया है। अब लगातार कमर्शियल फ्लाइट सेवा जारी रहेगी, अधिकतर फ्लाइट बेंगलुरु और कोयंबटूर से उड़ान भरेंगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अब तक किसी महामारी के फैलने की खबर नहीं है। जलस्तर घटने पर महामारियों का सिलसिला शुरू हो सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से हर दिन जांच करने को कहा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बताया कि उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा से भी बात की है और वह लगातार हालात पर नजर रखे हुए हैं।