दूसरी जाति में शादी करने की मिली सजा, साइकिल से बांधकर ले जाना पड़ा शव, मृत शरीर को कंधा देने कोई नहीं आया!

ओडिशा से मानवता को शर्मसार कर देने वाली खबर आयी है। यहां मृत शरीर को कंधा देने के लिए चार लोग नहीं मिले तो शव को साइकिल में रस्सी से बांधकर श्मशान घाट ले जाना पड़ा। घटना ओडिशा के बौद्ध जिला की बतायी जा रही है। जानकारी के अनुसार दूसरी जाति में शादी करने के कारण गांव वालों ने इस तरह का दंड दिया है जो कि बौद्ध जिला के साथ पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना हुआ है।
बौद्ध जिला के ब्राह्मणी पाली पंचायत अंतर्गत कृष्ण पाली गांव के 60 साल के चतुर्भुज बांका की पहली पत्नी से कोई बच्चा नहीं था जिसके कारण बांका ने दूसरी जाति की लड़की से शादी कर ली। बांका के इस कृत्य से गांव वाले नाराज थे और चतुर्भुज बांका को गांव से बहिष्कृत कर दिया। उसके घर कोई भी कार्यक्रम होने पर उसमें गांव वाले शिरकत नहीं करते थे।
सास-ससुर की मौत के बाद चतुर्भुज की साली उसके घर रहने लगी। मंगलवार को उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गयी। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन उसकी जान नहीं बच पायी। शव को एंबुलेंस के जरिये घर लाया गया। चतुर्भुज ने साली के अंतिम संस्कार में मदद के लिए गांव के लोगों को बुलाया लेकिन गांव वालों ने आने से मना कर दिया।
अंत में कोई उपाय न देख चतुर्भुज ने शव को रस्सी से साइकिल में बांधा और श्मशान घाट ले गया। यहां उसने अंतिम संस्कार किया। यह घटना पूरे राज्य में चर्चा का विषय है। इस मामले को लेकर ओडिशा की राजनीति भी तेज हो गई है। राज्य में विपक्षी दल भाजपा की राज्य ईकाई के अध्यक्ष बसंता पांडा ने बीजू जनता दल (बीजेडी) सरकार पर हमला बोलते कहा कि ये सरकार गरीबों के प्रति अक्षम, निष्क्रिय और असंवेदनशील है।