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Zomato ले आया अपनी UPI Service, क्या अब खाना ऑर्डर करने के लिए GPay, Paytm की नहीं जरूरत?

Zomato UPI Service : जोमैटो ने अपनी UPI सर्विस शुरू कर दी है. इसके लिए कंपनी ने ICICI बैंक के साथ पार्टनरशिप की है. जोमैटो का कहना है कि UPI सर्विस के माध्यम से कंपनी कस्टमर के पेमेंट एक्सपीरियंस को और बेहतर बनाना चाहती है. जोमेटो की UPI सर्विस में यूजर्स को केवाईसी करने की जरूरत नहीं होगी और कोई भी अपनी यूपीआई आईडी को पर्सनलाइज्ड करने में सक्षम होगा. कंपनी इसे ट्रांजेक्शन करने का सुरक्षित तरीका बता रही है. खबर में Zomato UPI के बारे में डिटेल जानिए

Zomato UPI सर्विस लॉन्च

जोमैटो UPI के लॉन्च के साथ कंपनी लोगों के लिए पेमेंट को आसान बनाना चाहती है. इस सर्विस के तहत आप जोमैटो एप से आसानी से पेमेंट कर पाएंगे, लेकिन ऐसा करने के लिए आपको किसी भी बैंक अकाउंट को सेव कर एक नई यूपीआई आईडी बनानी होगी. इस तरह, जो लोग पेमेंट करने के लिए Google Pay, Paytm या PhonePe जैसे UPI प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें उन पर रीडायरेक्ट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

क्या Zomato UPI सभी के लिए उपलब्ध है?

फिलहाल, Zomato UPI सर्विस चुनिंदा यूजर्स के लिए उपलब्ध है. आप ऐप के प्रोफाइल सेक्शन में देख सकते हैं कि आपको यह सर्विस मिली है या नहीं. कहा जा रहा है कि  कंपनी आने वाले समय में लगभग सभी यूजर्स के लिए इस सर्विस को रोलआउट करेगी. इस आधार पर जोमैटो की UPI सर्विस के साथ और अधिक बैंकों के जुड़ने की उम्मीद है. फिलहाल के लिए Zomato Gold यूजर्स इसे सेटिंग सेक्शन में देख सकते हैं.

Zomato UPI कैसे एक्टिवेट करें?

जोमैटो ऐप खोलें. प्रोफाइल सेक्शन में जाएं और Zomato UPI सेक्शन सर्च करने के लिए नीचे स्क्रॉल करें. इसमें एक्टिव जोमैटो UPI ऑप्शन पर क्लिक करें. अब आपको यूपीआई आईडी देनी होगी. फिर आपको अपना मोबाइल नंबर वेरिफाई करना होगा. इसके बाद, आपको पेमेंट करने के लिए बैंक अकाउंट जोड़ने के लिए कहा जाएगा.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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