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Elvish Yadav On Asim Riaz: कॉन्ट्रोवर्शियल रियलिटी शो ‘बिग बॉस ओटीटी 2’ खत्म हो गया है, लेकिन इस शो के कंटेस्टेंट लगातार सुर्खियां बटोर रहे हैं। इस सीजन के विनर एल्विश यादव हैं, जो ‘बिग बॉस’ के बाद भी फैंस का ध्यान अपनी ओर करके चर्चा में हैं। एल्विश यादव अपने बिंदास और मुंहफट अंदाज के लिए मशहूर हैं। वह शो में भी हर किसी को जवाब देते दिखे। अब एल्विश यादव का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह बिग बॉस के ही एक कंटेस्टेंट की बैंड बजा रहे हैं। दावा है कि एल्विश यादव ने यह वीडियो ‘बिग बॉस 13’ के रनरअप रहे आसिम रियाज (Asim Riaz) के लिए बनाया है। आइए आपको इसकी वजह बताते हैं।

वीडियो में क्या बोल रहे हैं एल्विश यादव

दरअसल, ‘बिग बॉस ओटीटी 2’ के विनर और यूट्यूबर एल्विश यादव (Elvish Yadav) ने अपनी इंस्टा स्टोरी पर एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में वह बिग बॉस के ही एक कंटेस्टेंट पर गुस्सा होते हुए नजर आ रहे हैं। दावा है कि एल्विश ने यह वीडियो आसिम रियाज के लिए बनाया है। वीडियो में एल्विश यादव बोल रहे हैं, ‘भाई का टाइम चला गया। अब भाई लाइमलाइट ले रहे हैं। भाई ने मिडल फिंगर दिखाई। हम कॉन्ट्रोवर्सी से दूर हैं। हमारे आगे करके दिखाओ। हमारे सामने करो तब हम भी देखे। अगर उंगली उठेगी तो पीछे ही जाएगी। हम ना फालतू बोलते और ना ही किसी की बुराई करते। अगर इतना ही होता, तो आगे से मैसेज कर देता। इतनी जलन है तो। लेकिन मुझे लगता नहीं है कि उसमें इतना दिमाग है। तो खैर छोड़ो। कोई बात नहीं।’

देखें वीडियो

आसिम रियाज ने क्या कहा था?

बता दें कि ‘बिग बॉस ओटीटी 2’ के ग्रैंड फिनाले के आसपास ही आसिम रियाज का एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था। इस वीडियो में वह सिद्धार्थ शुक्ला को याद करते दिखे थे। इस दौरान आसिम रियाज ने कॉन्सर्ट में स्टेज पर खडे़ होकर कहा था कि जितने भी रिकॉर्ड तोड़ने हैं लाइव आकर नंबर गिन के। उनको समझा दो नहीं हो पाएगा। आसिम रियाज के इस वीडियो में यह भी कहा कि कोई भी उनकी और सिद्धार्थ की जगह नहीं ले पाएगा। आसिर की इसी बात ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया था। दावा किया गया कि उन्होंने ये बात एल्विश और अभिषेक मल्हान के लिए ही बोली है।

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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