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2 लाख की शुरुआती कीमत में लॉन्च हुई ये 5 लग्जरी स्मार्टवॉच, ढाई लाख तक जाती है कीमत

Garmin India ने भारत में अपनी Garmin MARQ Gen2 सीरीज को लॉन्च कर दिया है. सीरीज के तहत कई वॉच लॉन्च की गई हैं. लॉन्च की गई स्मार्टवॉच में MARQ एथलीट, मार्क एडवेंचरर, मार्क गोल्फर, मार्क कैप्टन और मार्क एविएटर शामिल हैं. कुल मिलाकर पांच स्मार्टवॉच पेश हुई हैं. कंपनी का कहना है कि यह प्रीमियम कलेक्शन खासतौर पर एडवेंचर के शौकीनों के लिए डिजाइन किया गया है, जो बेहतर आउटडोर एक्सपीरियंस चाहते हैं. आइए सभी वॉच की कीमत और स्पेक्स जानते हैं. 

Garmin MARQ Gen2 स्मार्टवॉच की कीमत 

भारत में सभी Garmin MARQ Gen2 Collection स्मार्टवॉच की कीमत 1 लाख रुपये से ऊपर है.

  1. गार्मिन मार्क II, एडवेंचरर: 2,15,490 रुपये
  2. गार्मिन मार्क II, एथलीट : 1,94,990 रुपये
  3. गार्मिन मार्क II, एविएटर: 2,46,490 रुपये
  4. गार्मिन मार्क II, कप्तान: 2,25,990 रुपये
  5. गार्मिन मार्क II, गोल्फर: 2,35,990 रुपये

Garmin MARQ (Gen 2) कलेक्शन रेंज की बिक्री 25 फरवरी से शुरू हो जाएगी. आप इस कलेक्शन में से किसी भी घड़ी को ऑफलाइन और ऑनलाइन स्टोर दोनों जगह से खरीद सकते हैं. Garmin MARQ (Gen 2) कलेक्शन गार्मिन ब्रांड स्टोर और जस्ट इन टाइम वॉच पर ऑफलाइन और ई-कॉमर्स साइट्स अमेजन, टाटा लग्जरी और सिनर्जाइजर पर ऑनलाइन उपलब्ध है.

Garmin MARQ Gen2 के फीचर्स

Garmin MARQ Gen2 की सभी घड़ियाँ मल्टी-बैंड GNSS, मल्टी-फ़्रीक्वेंसी GPS और Garmin SatIQ सपोर्ट के साथ आती हैं जो किसी भी वातावरण में इन्हें टिकाऊ बनाती है. इन स्मार्टवॉच में कई हेल्थ फीचर्स भी मिलते हैं, जिसमें हार्ट स्पीड, श्वसन और तनाव ट्रैक करना और स्वास्थ्य संबंधी फीचर्स शामिल है. 

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एपल वॉच अल्ट्रा

अगर आप एक लग्जरी स्मार्टवॉच खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो जरूरी नहीं कि आप Garmin MARQ Gen2 को ही अपनी पसंद बनाएं. एपल वॉच अल्ट्रा की कीमत लगभग 90 हज़ार है, लेकिन ये आपको फ्लिपकार्ट और अमेजन पर डिस्काउंट के बाद सस्ते में भी मिल जायगी. 

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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