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शादी के 6 साल बाद मां बनने वाली हैं अजय देवगन की ऑनस्क्रीन बेटी, फ्लॉन्ट किया बेबी बंप

Ishita Dutta Pregnant: अजय देवगन (Ajay Devgn) के साथ फिल्म ‘दृश्यम’ में अपनी एक्टिंग का हुनर दिखा चुकी एक्ट्रेस इशिता दत्ता (Ishita Dutta) की खुशी इन दिनों सांतवें आसमना पर है. दरअसल एक्ट्रेस बहुत जल्द मां बनने वाली हैं. ये खबर तब सामने आई जब एक्ट्रेस हाल ही में पैपराजी के सामने अपना बेबी बंप फ्लॉन्ट करती दिखाई दी थीं. बता दें कि इशिता की लाइफ में ये पल शादी के 6 साल बाद आया है.

पैपराजी के सामने इशिता ने फ्लॉन्ट किया बेबी बंप

सोशल मीडिया में सामने आई इस फोटो में एक्ट्रेस ब्राउन कलर की ड्रेस पहने हुए नजर आ रही हैं और वो स्माइल करते हुए पैपराजी को पोज भी दे रही हैं. इस दौरान ड्रेस में उनका बेबी बंप साफ नजर आया. जिसके बाद से एक्ट्रेस का ये वीडियो इंटरनेट पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है. एक्ट्रेस की इस गुड न्यूज के सामने आते ही सभी लोग इशिता बधाई देने में लग गए हैं.


एक्टर वत्सल सेठ से की है इशिता ने शादी
आपको बता दें कि इशिता ने बॉलीवुड और टीवी एक्टर वत्सल सेठ से लव मैरिज की थी. दोनों की शादी साल 2017 में बहुत ही धूमधाम से की गई थी. शादी को 6 साल पूरे हो चुके हैं और ये कपल पेरेंट्स बनने वाला है. यही वजह है कि इशिता और वत्सल इस खबर से काफी ज्यादा खुश नजर आ रहे हैं.  बताते चलें कि इशिता बॉलीवुड की फेमस एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता की बहन हैं. जो ‘दृश्यम’ और ‘दृश्यम 2’ दोनों में अहम रोल निभाती हुई नजर आई थीं.

‘दृश्यम’ में फिल्म में इशिता अजय देवगन की बेटी के रोल में नजर आई थीं. जिनके हाथों तब्बू के बेटे का मर्डर हो जाता है. फिल्म में इशिता की एक्टिंग का काफी ज्याद पसंद किया गया था. वहीं इसके अलावा एक्ट्रेस सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं. जहां वो फैंस के साथ अपनी तस्वीरें शेयर करती रहती हैं.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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