पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन, AIIMS में ली अंतिम सांसें!

नई दिल्ली: भारतीय राजनीति के अजातशत्रु कहे जाने वाले बीजेपी नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली के (AIIMS) में गुरुवार को निधन हो गया। वह बीते 11 जून से एम्स में भर्ती थे। वाजपेयी ने गुरुवार शाम 5:05 बजे एम्स में अंतिम सांस ली।
अटल बिहारी वाजपेयी पिछले दो महीने से ज्यादा समय से एम्स के बिस्तर पर थे बुधवार को उनकी हालत गंभीर हो गई और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था। वाजपेयी को गुर्दा (किडनी) की नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण, आदि परेशानियों और डिमेंशिया नाम की गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। और 11 जून को अटल बिहारी वाजपेयी को एम्स में भर्ती कराया गया था।
तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे वाजपेयी अस्वस्थता के चलते लंबे समय से सार्वजनिक जीवन से दूर थे। 2009 से ही वे व्हीलचेयर पर थे, देशवासियों ने उन्हें अंतिम बार 2015 में 27 मार्च को देखा, जब तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भारत माता के इस सच्चे सपूत को भारत रत्न से सम्मानित करने उनके आवास पर पहुंचे।
वाजपेयी के निधन से देश की राजनीति के एक सुनहरे दौर का अंत हो गया है। ऐसा दौर जिसमें राजनीतिक मतभेद को मनभेद में बदलने की इजाजत नहीं होती। अटल बिहारी वाजपेयी देश की सक्रिय राजनीति में पांच दशक से ज्यादा समय तक रहे।
वाजपेयी देश के पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे। उन्होंने अपना पहला लोकसभा चुनाव 1952 में लड़ा, हालांकि पहली जीत उन्हें 1957 में मिली। तब से 2009 तक वे लगातार संसदीय राजनीति में बने रहे। 1977 में वे पहली बार मंत्री बने, जबकि 1996 में वे 13 दिन के लिए प्रधानमंत्री भी रहे।