बॉलीवुड और मनोरंजन

स्विट्जरलैंड में वेकेशन मना रहीं करीना कपूर, बर्फीली वादियों के बीच एक्ट्रेस ने दिया पोज

बॉलीवुड इंडस्ट्री की पॉपुलर एक्ट्रेस करीना कपूर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं और अपने से जुड़े अपडेट फैंस के लिए शेयर करती रहती हैं। करीना कपूर ने इन दिनों अपनी फैमिली और फ्रेंड्स के साथ वेकेशन पर निकली हैं और इसकी झलक उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर देखने को मिल रही है। दरअसल, करीना कपूर नए साल के जश्न के लिए स्विट्जरलैंड गई हैं। करीना कपूर ने इसकी कुछ तस्वीरें अपने फैंस के लिए शेयर की हैं और जिसमें उन्होंने बर्फीले पहाड़ों के बीच अपनी झलक दिखाई है। आइए देखते हैं कि करीना कपूर ने तस्वीरों में और क्या दिखाया है।

करीना कपूर ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर कीं तस्वीरें

करीना कपूर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट की स्टोरी से तीन तस्वीरें शेयर की हैं। एक तस्वीर में करीना कपूर अपनी दोस्त नताशा पूनावाला के साथ बर्फीली वादियों के बीच पोज देते नजर आ रही हैं। इसके साथ लिखा है, ‘इस तरह से बर्फ में हम खुद को गर्म रखते हैं।’ एक तस्वीर में करीना कपूर विंडो से झांकती नजर आ रही हैं और अपने मोबाइल के कैमरे में बाहर के प्यारे नजारे को कैद कर रही हैं। इसके साथ लिखा है, ‘लाइट को चेज करते हुए, 2024 में चार दिन बाकी हैं।’ एक तस्वीर में बर्फीली वादियां नजर आ रही हैं। इसके साथ लिखा है, ‘अपनी लाइट को ढूंढो।’ Also Read – जिसके नाम पर मचा था बवाल, उसके ‘मंत्रजाप’ पर चौंके लोग, करीना-सैफ के संस्कारों पर होने लगी बात

Also Read – 7 साल का हुआ करीना का लाडला तैमूर अली खान, बुआओं ने शेयर कीं अनसीन फोटोज

बॉलीवुड, हॉलीवुड, साउथ, भोजपुरी और टीवी जगत की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें…

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button