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सर्विस सेंटर में फोन देने से पहले जरूर कर लें ये काम, इग्नोर करना पड़ सकता है भारी  

आजकल स्मार्टफोन में हमारा सारा डाटा स्टोर है. प्राइवेट फोटो, वीडियो से लेकर बैंकिंग और बिजनेस डिटेल, सब कुछ इस डिवाइस में है. यदि गलती से ये डिवाइस किसी को मिल जाता है तो इसका गलत फायदा उठाया जा सकता है. आज हम आपको ये बताने वाले हैं कि स्मार्टफोन को आपको रिपेयर या सर्विस सेंटर पर देने से पहले क्या कुछ काम करना चाहिए. यदि आपका फोन पूर्ण रूप से डैमेज हो गया है तो तब आप नीचे बताए गए स्टेप्स फॉलो नहीं कर पाएंगे लेकिन यदि आपका फोन काम कर रहा है तो आपको नीचे बताए गए स्टेप्स को फॉलो करने के बाद ही अपने फोन को सर्विस सेंटर पर देना चाहिए. अगर आप इन स्टेप्स को फॉलो करते हैं तो इस डिजिटल युग में आपकी प्राइवेसी बनी रहेगी और आपका डाटा भी सेफ रहेगा. 

स्टोर पर देने से पहले इन सब बातों का रखें ध्यान

  • मोबाइल फोन को सर्विस सेंटर पर देने से पहले संभव हो तो अपना सारा डाटा इरेज कर दे.  फोन में डाटा न होने से कोई भी इसके साथ छेड़छाड़ नहीं कर पाएगा. ये प्रैक्टिस उन लोगों को मदद पहुंचाएगी जो अपने फोन को किसी भी मोबाइल आउटलेट पर ठीक करवाने दे देते हैं.
  • अगर आपने अपने मोबाइल फोन में बैंकिंग ऐप्स रखे हैं तो इन्हें डिलीट कर दें. डिलीट करने से पहले अपने पासवर्ड, यूजरनेम आदि किसी सेफ जगह पर लिख ले ताकि आपको कोई परेशानी न हो.
  • अगर आपने नोटपैड में कुछ डेटा सेव किया है जो आपकी प्राइवेसी से जुड़ा हुआ है तो इसे जरूर क्लियर कर दें क्योंकि अक्सर लोग नोटपैड में किसी भी तरह की प्राइवेसी नहीं लगाकर रखते और कोई भी इसे देख सकता है.
  • इस डिजिटल युग में सभी के मोबाइल फोन में सोशल मीडिया अकाउंट और पेमेंट से जुड़े ऐप्स हैं. बेहतर होगा कि आप इनमें डबल पासवर्ड लगाकर रखें.  यदि आप सेफ्टी को लेकर कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहते तो इन्हें भी रिमूव कर सकते हैं. 
  • अपने ईमेल्स और फोटो गैलरी पर भी पासवर्ड लगा कर रखें. संभव हो तो जीमेल अकाउंट को लॉगआउट कर दें क्योंकि जिस तरह फोन का मैसेज बॉक्स हर अकाउंट के लिए रास्ते खोलता है, ठीक उसी तरह जीमेल भी आजकल सारे डिजिटल अकाउंट के लिए चाबी की तरह काम करता है क्योंकि यहीं सारे ओटीपी, पासवर्ड आदि डिटेल्स आई रहती हैं.

ध्यान दें, इन सब स्टेप्स को आपको तब स्ट्रिक्टली फॉलो करने की जरूरत है जब आप अपना मोबाइल फोन किसी भी मोबाइल रिपेयर शॉप पर दे देते हैं. हालांकि अगर आप ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर पर स्मार्टफोन देते हैं तो यहां एक प्रक्रिया के तहत सारा काम किया जाता है. ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर कस्टमर की प्राइवेसी का पूरा ध्यान रखते हैं और फोन को लेने से पहले इन बातों को बताते भी हैं. 

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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