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प्रेग्नेंसी में इन तकलीफों से गुजर रही हैं अजय देवगन की ऑन स्क्रीन बेटी,इशिता ने शेयर की तस्वीर

Ishita Dutta Pregnancy Post: फिल्म ‘दृश्यम’ (Drishyam) के दोनों पार्ट्स में अजय देवगन की बेटी बनी इशिता दत्ता (Ishita Dutta) बहुत जल्द मां बनने वाली हैं. इस वक्त एक्ट्रेस अपनी लाइफ के सबसे खूबसूरत फेज को एंजॉय कर रही हैं. जिसकी हर अपडेट इशिता पल-पल में फैंस को देती रहती हैं. इस प्रेग्नेंसी पीरियड में एक्ट्रेस को कुछ परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है. हाल ही में एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पर अपने पैरों की सूजन की एक झलक शेयर की है.

इशिता दत्ता ने फैंस के साथ शेयर की पैरों की सूजन
इशिता दत्ता ने अपने सूजे हुए पैरों की तस्वीर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट की स्टोरी पर शेयर की है. जिसमें उन्होंने ऊपर की तरफ लिखा – ‘प्रेग्नेंसी लाइफ’ और साथ ही ये कैप्शन भी दिया कि उन्हें इस वक्त पेडीक्योर ट्रीटमेंट और बड़े जूतों की जरूरत है. इसके अलावा एक्ट्रेस ने अपनी ब्लैक गाउन में एक बेहद खूबसूरत तस्वीर पर अपनी स्टोरी पर शेयर की है. जिसके कैप्शन में उन्होंने – Coming Soon लिखा है…

शादी के 6 साल बाद मां बनेंगी इशिता
बता दें कि इशिता दत्ता ने बॉलीवुड फिल्म ‘टार्जन’ फेम वत्सल सेठ से शादी की है. दोनों की शादी 28 नवंबर 2017 को जुहू के इस्कॉन टेंपल में हुई थी. अब दोनों शादी के 6 साल बाद अपने पहले बेबी का वेलकम करने वाले हैं.


दृश्यम 2 में नजर आई थीं इशिता दत्ता
वर्कफ्रंट की बात करें तो इशिता दत्ता आखिरी बार अजय देवगन स्टारर फिल्म ‘दृश्यम 2’ में नजर आई थीं. इस फिल्म में एक्ट्रेस की एक्टिंग की काफी तारीफ हुई है. वहीं अब एक्टिंग से दूर इशिता अपना प्रेग्नेंसी पीरियड एंजॉय कर रही हैं. इसके अलावा वो सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं. जहां फैंस उनकी हर पोस्ट का बेसब्री से इंतजार करते हैं और उसपर ढेर सारा प्यार भी लुटाते हैं.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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