करोडों का भ्रस्टाचार, अफसर ने किया सरकार को शर्मशार

WAPCOS Ltd. (जल मंत्रालय, भारत सरकार अधीन कंपनी) के मुख्य कार्यकारी निदेशक डॉ अमन शर्मा ने सारे कायदे कानून ताक पर रख कर अपनी चहेती कंपनी को सीधे तौर पर फायदा पहुचाने के लिए करोडो के टेंडर दे दिए| साफ़ तौर कहा जा सकता है की यह सरकारी खजाने का दुर्पयोग है यानि के ये पूर्ण भ्रष्ट्राचार है
ज्ञात सूत्रों के हवाले से सरकारी अधिकारी एवं प्राइवेट कंपनी की सांठ गाँठ के कारण, लगातार -बार बार एक ही कंपनी को करोडों के ठेके मिलना भ्रष्टाचार का जीता जागता उदहारण है, , जहां कई मामलो में बिना टेंडर प्रकाशित किये या फिर फ़र्ज़ी कोटशन के मार्फ़त करोडो रुपये के काम एक ही कंपनी को बांटे गए , न केवल नियमो को अनदेखा किया गया अपितु करोड़ों रुपये का भुगतान भी सरकारी नियमो के विरुद्ध किया , ऐसा प्रतीत होता है की डॉ अमन शर्मा सरकारी अधिकारी न होकर प्राइवेट कंपनी के मालिक हैं और उन्हें किसी सरकारी उच्च अधिकारी या नियमो की कोई परवाह ही नहीं /
पिछले सीमित समय में दिए गए करोडो के कुछ काम का ब्योरा निम्न प्रकार है
जहां एक तरफ माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भ्रष्ट्राचार को लेकर अति संवेदनशील है, वहीँ पर डॉ अमन शर्मा जैसे भ्रष्ट नौकरशाह सरकार की साफ़ सुथरी छवि को धूमिल करने में लगे है |
अपने पद एवं उच्च आवंटन क्षमता के दुर्पुयोग द्वारा अनाप शनाप रेट पर सरकारी काम के ठेके देकर सरकार एवं करदाता के धन का गबन किया जाता रहा है , नियमो की धज्जियां उडाता यह अफसर ” सरकार की भ्रष्टाचार के विरुद्ध जंग” को न केवल कमज़ोर कर रहा है बल्कि उच्च पद की गरिमा को भी ठेस पहुंचा रहा है !
उपरोक्त कार्यों को नज़ीर मानकर , यदि डॉ अमन शर्मा द्वारा उनके कार्यकाल में दिए गए अन्य ठेकों की भी आधिकारिक जांच की जाये तो निसंदेह एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश हो सकता है , डॉ अमन शर्मा के पद, क्षमता एवं कार्यशैली को देखते हुए हज़ारो करोड़ों के हेर फेर की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता