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WhatsApp मोबाइल से पहले डेस्कटॉप में दे रहा है ये फीचर, जानिए इसके बारे में डिटेल

WhatsApp new Feature : WhatsApp अभी तक कोई भी नया फीचर रोल आउट करता है, तो उसे पहले एंड्रॉयड और IOS मोबाइल पर रिलीज करता है, लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है जब वॉट्सऐप नए साइडबार और ग्रुप चैट फ़िल्टर को डेस्कटॉप वर्जन के लिए पहले इसे रोलआउट कर रहा है, जिसमें WhatsApp इसे मैक ओएस और विंडोज दोनों वर्जन के लिए रोल आउट करेगा. आइए जानते हैं इस फीचर के बारे में विस्तार से….

कंपनी ने हाल ही में घोषणा की कि वे वेब के लिए एक नए साइडबार और ग्रुप चैट फ़िल्टर पर काम कर रहे हैं, WABetaInfo ने एक नया विकल्प खोजा है जो उपयोगकर्ताओं को किसी विशेष तिथि तक संदेशों को तुरंत खोजने देगा.

बीटा पर टेस्ट हो रहा है वॉट्सऐप का नया फीचर

WABetaInfo की रिपोर्ट के अनुसार वॉट्सऐप के नए साइडबार और ग्रुप चैट फ़िल्टर को बीटा वर्जन पर टेस्ट किया जा रहा है, जिसमें चुनिंदा यूजर्स के लिए इसे जारी किया गया है. इसका मतलब है कि नए साइडबार और ग्रुप चैट फ़िल्टर फीचर बीटा वर्जन पर भी सभी के लिए रोल आउट नहीं किया गया. वहीं वॉट्सऐप इसे आने वाले दिनों में सभी बीटा यूजर्स के लिए रोल आउट कर सकता हैं. जिसके बाद इसे अन्य यूजर्स के लिए रोल आउट किया जाएगा. 

यह फीचर कैसे काम करता है

स्क्रीनशॉट के आधार पर, एक नया कैलेंडर बटन है जो यूजर्स को एक विशेष तिथि चुनने और फिर प्लेटफ़ॉर्म के भीतर एक खोज चलाने की अनुमति देगा. इस पर क्लिक करने से कैलेंडर सामने आ जाएगा जहां यूजर्स तारीख का चयन कर सकते हैं और फिर जिस संदेश को वे ढूंढ रहे हैं उसे आसानी से ढूंढने के लिए एक कीवर्ड खोज सकते हैं.

यह सुविधा यूजर्स के लिए वॉट्सऐप पर कुछ ढूंढना आसान बना देगी, खासकर यदि उन्हें उस संदेश की तारीख याद है जिस दिन यह उनके साथ साझा किया गया था. अब, यह पूरी तरह से नई सुविधा नहीं है. iOS संस्करण 22.24.0.77 के लिए वॉट्सऐप बीटा में पहले से ही यह सुविधा है और वॉट्सऐप अब इसे वेब क्लाइंट पर ला रहा है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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