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सिम चालू रखने के लिए 22 रुपये का रिचार्ज प्लान ही काफी, हर महीने के रिचार्ज से मिलेगी छुट्टी! 

BSNL Small Recharge Plan: पिछले कुछ सालों में रिचार्ज प्लान महंगे हुए हैं. सभी टेलीकॉम कंपनियों ने रिचार्ज प्लान को महंगा कर दिया है. यहां तक कि अगर हर महीने रिचार्ज नहीं किया जाए तो सिम पर इनकमिंग और आउटगोइंग की सुविधा बंद कर दी जाती है. ऐसे में दो सिम कार्ड रखने वाले लोगों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है. 

अगर आप भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं और एक सस्ते रिचार्ज प्लान की ओर देख रहे हैं तो आपके लिए यहां एक बेहतर प्लान के बारे में बताया जा रहा है. यह रिचार्ज प्लान सस्ता होने के साथ ही अधिक वैलिडिटी के साथ आता है. इस रिचार्ज के तहत आप कॉलिंग की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं. 

22 रुपये में 90 दिन की वैलिडिटी 

22 रुपये का ये रिचार्ज प्लान 90 दिन यानी कि तीन महीने की वैलिडिटी के साथ आता है. इसके तहत आपको कॉलिंग की सुविधा दी जाती है और तीन महीने तक आपका सिम एक्टिव रहेगा. इसके तहत कॉलिंग 30 पैसा प्रति मिनट एसटीडी और लोकल कॉलिंग की सुविधा मिलेगी, लेकिन फ्री इंटरनेट और फ्री कॉलिंग, एसएमएस की फैसिलिटी नहीं मिलेगी. यह रिचार्ज ​बीएसएनएल (BSNL Recharge Plans) की ओर से पेश किया गया है. 

एयरटेल और वीआई का छोटा प्लान 

एयरटेल की ओर से सबसे छोटा प्लान 155 रुपये का है, जिसके तहत आपको 1 जीबी डाटा और फ्री वॉइस कॉलिंग की सुविधा दी जाती है. वहीं वीआई की ओर से भी 24 दिनों के लिए 155 रुपये का रिचार्ज प्लान पेश किया जाता है, जिसमें फ्री कालिंग और डेटा बे​नेफिट का लाभ मिलता है. 

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हर महीने के रिचार्ज से छुट्टी

अगर आप दो सिम रखना चाहते हैं और सिम को एक्टिव रखने के लिए रिचार्ज करना चाहते हैं तो ​बीएसएनएल के इस प्लान को चुन सकते हैं. 

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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