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एक्स हसबैंड की बेटी की सगाई में पहुंची कल्कि कोचलिन, पेस्टल फ्लोरल साड़ी पहने दिखीं एक्ट्रेस

Kalki Koechlin At Aaliyah Kashyap Engagement: फिल्म मेकर अनुराग कश्यप की बेटी आलिया कश्यप ने अपने लॉन्ग टाइम बॉयफ्रेंड शेन से सगाई कर ली है. आलिया की इंगेजमेंट से तस्वीरें सामने आई हैं. आलिया की सगाई के फंक्शन में कई स्टार्स ने शिरकत की तो वहीं उनके पिता की एक्स वाइफ और उनकी सौतेली मां कल्कि कोचलिन भी उनकी पार्टी में शामिल हुईं.

कल्कि कोचलिन अपने पार्टनर गाइ हर्शबर्ग और बेटी सप्फो के साथ आलिया की इंगेजमेंट में पहुंची. इस दौरान वे फ्लोरल प्रिंट वाली पेस्टल टोन साड़ी में दिखाई दीं. एक्ट्रेस ने साड़ी के साथ बैकलेस ब्लाउज पेयर किया और गोल्डन रिंग ईयररिंग्स पहने. वहीं उनकी बेटी सप्फो पिंक कलर के सूट में बेहद क्यूट लग रही थीं. 

कल्कि और आलिया के बीच है अच्छी बॉन्डिंग
बता दें कि कल्कि ने साल 2011 में अनुराग कश्यप से शादी की थी. लेकिन उनकी शादी ज्यादा दिनों तक न चल सकी और वे चार साल बाद अलग हो गए. हालांकि डिवोर्स के बाद भी दोनों के बीच एक अच्छी अंडरस्टैंडिंग रही. वहीं अनुराग कश्यप की बेटी आलिया के साथ भी कल्कि की काफी अच्छी बॉन्डिंग रही है. कई बार सोशल मीडिया पर आलिया को कल्कि की बेटी सप्फो के साथ टाइम स्पेंड करते देखा गया है.

कल्कि ने बताई थी अनुराग से तलाक की वजह
करीना कपूर खान के टॉक शो व्हाट वीमेन वांट के दौरान बातचीत करते हुए कल्कि ने अनुराग कश्यप से अपने तलाक के बारे में खुलकर बात की थी. उन्होंने कहा था कि ‘कभी-कभी दो लोग दो अलग-अलग समय जोन में होते हैं और उनका टाइम मैच नहीं हो पाता. हम एक ही टाइम पर अलग-अलग चीजें चाहते थे. मुझे लगता है इससे काफी फर्क पड़ता है.’

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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