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संडे को ‘शैतान’ करेगी शानदार कमाई! एडवांस बुकिंग में ही छाप लिए करोड़ों नोट

Shaitaan Third Day Advance Booking: ‘शैतान’ का जादू दर्शकों के सिर चढ़कर बोल रहा है. हॉरर और सस्पेंस से भरपूर अजय देवगन और आर माधवन की ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपना पूरा दबदबा बनाए हुए है. फिल्म 8 मार्च, 2024 को थिएटर्स में रिलीज हुई है और जमकर कारोबार कर रही है. ना सिर्फ थिएटर्स में बल्कि एडवांस बुकिंग में भी फिल्म का दबदबा कायम है. 

सैकनिल्क की रिपोर्ट की मानें तो अजय देगवन की ‘शैतान’ ने पहले दिन की एडवांस बुकिंग में 4.14 करोड़ का दमदार कलेक्शन किया था. दूसरे दिन भी फिल्म ने एडवांस बुकिंग में ही 4.91 करोड़ रुपए बटोर लिए. वही अब तीसरे दिन भी ‘शैतान’ अब तक 1 लाख 52 हजार 361 टिकट बेचकर 3.57 करोड़ रुपए का दमदार बिजनेस कर चुकी है. ऐसे में साफ है कि अजय-माधवन की फिल्म संडे को रिकॉर्ड तोड़ कारोबार करने वाली है.


दो दिन में ही निकाला आधा बजट!
‘शैतान’ के जरिए अजय देवगन ने थिएटर्स में धांसू कमबैक किया है. फिल्म ने जहां पहले दिन 14.75 करोड़ की ओपनिंग ली तो वहीं दूसरे दिन अब तक 18.25 करोड़ रुपए कमा चुकी है. 60 से 65 करोड़ के बजट में बनी इस हॉरर फिल्म ने सिर्फ दो दिनों में ही 33 करोड़ कमाकर अपना आधा बजट निकाल लिया है. वहीं वर्ल्डवाइड भी फिल्म खूब नोट छाप रही है. बता दें कि पहले ही दिन ‘शैतान’ ने दुनिया भर में 22.5 करोड़ रुपए का कारोबार किया है.

फिल्म की स्टारकास्ट
अजय देवगन और आर माधवन स्टारर फिल्म ‘शैतान’ को विकास बहल ने डायरेक्ट किया है. फिल्म को पैनोरमा स्टूडियोज और जियो स्टूडियोज के बैनर तले खुद अजय देवगन ने प्रोड्यूस किया है. अजय और माधवन के अलावा जानकी बोड़ीवाला और ज्योतिका फिल्म में मुख्य किरदार निभाते दिखाई दिए हैं. 

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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