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WhatsApp में जल्द आएगा एक नया फीचर, फोटो, वीडियो और GIF के लिए मिलेगा ये ऑप्शन

WhatsApp New Feature: वॉट्सऐप एक नए फीचर पर काम कर रहा है जो चैटिंग एक्सपीरियंस को बदलेगा. दरअसल, कंपनी चैट के अंदर फोटो, वीडियो और जीआईएफ को ओपन करने के दौरान रिप्लाई फीचर पर काम कर रही है. इस अपडेट की जानकारी वॉट्सऐप के डेवलपमेंट पर नजर बनाए रखने वाली वेबसाइट Wabetainfo ने शेयर की है. फिलहाल ये अपडेट कुछ बीटा टेस्टर्स के पास उपलब्ध है. आने वाले समय में कंपनी इस अपडेट को सभी के लिए लाइव कर सकती है.

फिलहाल ऐप में होता ये है कि जब आप चैट के दौरान कोई फोटो, वीडियो या GIF को खोलते हैं तो उसमें रिप्लाई का ऑप्शन नहीं आता. यानी अगर आप सामने से भेजी गई कोई फोटो या वीडियो पर रिप्लाई करना चाहते हैं तो आपको फोटो को स्वाइप कर उस पर रिएक्ट या रिप्लाई करना पड़ता है. कंटेंट को ओपन करने पर फिलहाल कोई ऑप्शन मिलता. लेकिन जल्द आपको फोटो या वीडियो खोलने के बाद एक रिप्लाई का ऑप्शन मिलेगा. इस अपडेट से जुड़ी एक तस्वीर Wabetainfo ने शेयर की है जिसे हम यहां जोड़ रहे हैं. नया अपडेट यूजर एक्सपीरियंस को बदलेगा और चैटिंग एक्सपीरियंस को मजेदार भी बनाएगा.

तय समय के बाद प्रोफाइल से हट जाएगा About  

अगर आप भी वॉट्सऐप के तमाम अपडेट सबसे पहले प्राप्त करना चाहते हैं तो कंपनी के बीटा प्रोग्राम के लिए इनरोल कर सकते हैं. इस फीचर के अलावा वॉट्सऐप कई नए फीचर पर भी काम कर रहा है. आने वाले समय में आप टेक्स्ट स्टेटस को 24 घंटे से ज्यादा के लिए सेट कर पाएंगे. यानी आप अपने प्रोफाइल के अंदर About को एक तय समय के लिए सेट कर पाएंगे. तय समय के बाद अपने आप आपका स्टेटस प्रोफाइल से हट जाएगा. आप दोबारा इसे अपडेट करना चाहते हैं तो फिर ऐसा कर सकते हैं. फिलहाल ऐप में अबाउट को यदि एक बार सेट कर दिया जाता है तो वह बना रहता है और कई बार तो ये इर्रेलेवेंट भी लगता है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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