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तब्बू के साथ ज्यादातर फिल्में क्यों करते हैं अजय देवगन? सवाल का एक्टर ने दिया ये मजेदार जवाब

Ajay Devgn Ask Bholaa: बॉलीवुड एक्ट्रेस अजय देवगन (Ajay Devgn) अपनी नई फिल्म भोला (Bholaa) को लेकर चर्चा में छाए हुए हैं. इसमें वह तब्बू (Tabu) के साथ एक बार फिर स्क्रीन शेयर करते हुए नजर आएंगे. इन दिनों अजय देवगन अपनी इस फिल्म के प्रमोशन में जुटे हुए हैं. इस बीच एक्टर ने ट्विटर पर आस्क भोला सेशन किया, जिसके जरिए उन्होंने अपने फैंस के सभी सवालों के मजेदार जवाब दिए.

हर फिल्म तब्बू के साथ क्यों करते हैं अजय देवगन? 

आस्क भोला सेशन के दौरान एक यूजर ने अजय देवगन से पूछा कि वह तब्बू के साथ हर फिल्म में काम क्यों करते हैं जिसका उन्होंने मजेदार जवाब देकर महफिल लूट ली. ट्विटर यूजर ने पूछा, ‘सब मूवी तब्बू के साथ कर रहे हो. कोई खास कारण?’. इसके जवाब में अजय देवगन ने लिखा, ‘डेट्स मिल गए उसके’.

 

कितना कमाएगी अजय देवगन की फिल्म भोला? 

दूसरे यूजर ने अजय देवगन से पूछा कि सर आप फ्री टाइम में आप क्या करते हैं? तो इसके जवाब में उन्होंने लिखा, ‘जब फ्री रहूंगा तो बताता हूं.’ वहीं,  एक और यूजर ने भोला फिल्म के बॉक्स ऑफिस प्रीडिक्शन को लेकर सवाल कर लिया. उसने आस्क भोला सेशन के दौरान पूछा कि क्या लगता है कितना कमाएगी? इसके जवाब में अजय देवगन ने लिखा, ‘पैसों का तो पता नहीं, उम्मीद करता हूं आपका प्यार खूब मिले’.

 

इस दिन रिलीज होगी अजय देवगन की फिल्म

बताते चलें कि अजय देवगन (Ajay Devgn) की फिल्म भोला (Bholaa) 30 मार्च, 2023 को सिनेमाघरों में दस्तक देगी. इसमें अजय देवगन और तब्बू के अलावा दीपक डोबरियाल, गजराज राव और विनीत कुमार जैसे धुरंधर सितारे नजर आएंगे. कमाल की बात ये है कि अजय देवगन इसमें लीड रोल निभा रहे हैं और उन्होंने ही इस मूवी का डायरेक्शन किया है. इससे पहले अजय देवगन की फिल्म दृश्यम 2 रिलीज हुई थी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर 200 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार किया था.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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