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पूजा भट्ट को किया इग्नोर…बिग बॉस OTT 2 की इस कंटेस्टें को आलिया ने बताया ‘रॉकी’ की ‘रानी’

Rocky Aur Rani Kii Prem Kahaani: बॉलीवुड की पॉपुलर एक्ट्रेस आलिया भट्ट (Alia Bhatt) इन दिनों अपनी फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ का जमकर प्रमोशन कर रही हैं. हाल ही में एक्ट्रेस फिल्म के प्रमोशन के लिए चंडीगढ़ पहुंची थीं. जहां उनसे ‘बिग बॉस ओटीटी 2’  (Bigg Boss OTT 2) को लेकर सवाल किया गया तो एक्ट्रेस ने ये खुलासा किया कि उन्हें शो में सबसे ज्यादा पसंद कौन हैं और कौन घर के ‘रॉकी और रानी’ हैं.  

आलिया ने बताया मनीषा को बिग बॉस की रानी
चंडीगढ़ में फिल्म प्रमोट करने पहुंचीं आलिया भट्ट ने बताया कि, घर में एल्विश यादव में मुझे रॉकी वाली पर्सनैलिटी लगती है, एल्विश मुझे बहुत शरारती लगते हैं. जैसा उनका अंदाज़ है, जैसा वो बोलता है, ये बहुत मनोरंजक है. वो बहुत मज़ाकिया हैं. मैं उसे बहुत पसंद करती हूं…” इसके साथ ही एक्ट्रेस ने शो में रानी कौन है इसका भी खुलासा किया. उन्होंने कहा कि, मनीषा रानी को शो की रानी कहा जा सकता है आखिर उनके नाम में भी रानी है और मुझे मनीषा भी काफी ज्यादा पसंद हैं.

पूजा भट्ट को लेकर आलिया ने कही ये बात
वहीं जब आलिया को ये एहसास हुआ कि उन्होंने अपनी बहन पूजा भट्ट का नाम नहीं लिया है, तो बात को संभालते हुए आलिया कहती हैं कि, ‘लेकिन मुझे रानी के लिए अपनी बहन का नाम लेना चाहिए, क्योंकि वो हमारे घर की रानी हैं..’ इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है.

28 जुलाई को रिलीज होगी आलिया-रणवीर की फिल्म
बता दें, आलिया भट्ट और रणवीर सिंह की अपकमिंग फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ कल यानि 28 जुलाई को थिएटर्स में रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है. इस फिल्म के जरिए सात साल बाद करण जोहर डायरेक्शन में लौटे हैं. फिल्म में आलिया और रणवीर सिंह के अलावा धर्मेंद्र, जया बच्चन, शबाना आजमी जैसे कई दिग्गज सितारे भी नजर आने वाले हैं.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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