बुराड़ी कांड : एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत तंत्र मंत्र के चंगुल में था परिवार, मिले रजिस्टर से हो रहे चौंकाने वाले खुलासे…

बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत ने सबको हिला के रख दिया है और पुलिस द्वारा इस मामले पे हो रहे खुलासे और भी चौंकाने वाले हैl पुलिस के हाथ लगे दो रजिस्टर से पता चलता है कि पूरा परिवार आध्यात्मिक प्रवृति का था, और तंत्र मंत्र और साधनाओं में ज्यादा विश्वास रखता था l पुलिस को हाथ से लिखी कुछ पर्चियां भी मिली हैं जिससे पता चलता है कि वे काला जादू या तंत्र मंत्र के चंगुल में थे। उस पर्ची में लिखा हुआ है कि परमात्मा में लीन हो रहे हैं। आंखें बंद कर रहे हैं, ताकि भारी व बुरी वस्तु को न देख सकें। पुलिस अभी भी मामले की छानबीन कर रही है, केस क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है। अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने बांकी है।
रविवार की सुबह इस घटना के खुलासे के बाद पूरी दिल्ली सन्न रह गयी, मामले का पता तब चला जब इनकी दूकान से दूध खरीदने आये पड़ोसी को दूकान बंद मिली, हालांकि घर का दरवाजा खुला था। वह जब ऊपर गया तो घर में बिछी हुई लाशें देख उसके होश उड़ गए , इसके तुरंत बाद घटना का पता पुलिस को चला पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी, घटना की जानकारी मिलते ही पूरे इलाके में सन्नाटा पसर गया, मृत परिवार के घर के पास भीड़ इक्क्ठी हो गयी l
मरने वालों में 77 वर्षीय नारायण देवी, उनके दो बेटे भवनेश (50) और ललित (45), दो बहुएं सविता (48) और टीना (42), उनकी बेटी प्रतिभा (57), उनकी नातिन प्रियंका (33) और उनके पोते-पोतियां नीतू (25), मोनू (23), ध्रुव (15 ) और शिवम (15) शामिल हैं l मरने वालों में सात महिलाएं व चार पुरुष हैं। पुरुषों में दो नाबालिग हैं। नौ लोगों के शव प्रथम तल के बरामदे में छत से लगी लोहे की ग्रिल से चुन्नी व साड़ियों से लटके हुए मिले। एक महिला का शव रोशनदान से लटका मिला। जबकि एक बुजुर्ग महिला का शव एक कमरे में जमीन पर पड़ा मिला। लगभग सभी लोगों के हाथ-पैर व मुंह बंधे हुए थे साथ ही आंखों पर रुई रखकर पंट्टी बांधी हुई थी l
पड़ोसियों का कहना है की रात भाटिया परिवार रात 11.30 बजे तक जगा हुआ था। लोगों ने कुछ सदस्यों को तो गली में घूमता भी देखा था। उनकी दुकान भी रात 11.30 तक खुली हुई थी। किसी को भी इस घटना की आशंका नहीं थी l पुलिस को अभी तक मिले सबूतों से पता चलता है की परिवार तंत्र मंत्र और कला जादू के चक्कर में था l अभी भी जांच चल रही है l