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‘यूट्यूब वीडियो लाइक करो और पैसा कमाओ’ के जाल में मत फंसना, कई लोग गंवा चुके हैं लाखों, जानें

<p style="text-align: justify;"><strong>Cyber Fraud: </strong>साइबर फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. फ्रॉड करने वाले लोग अलग-अलग तरह से लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं. हाल फिलहाल में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां यूट्यूब वीडियो लाइक करने के नाम पर लोगों से उनके मेहनत का पैसा छीना गया है. दरअसल, स्कैमर्स सामने वाले व्यक्ति से ये कहते हैं कि उन्हें यूट्यूब वीडियो लाइक करने पर 50 रुपये दिया जाएगा. शुरुआत में पहले स्कैमर्स लोगों को थोड़ा बहुत पैसा देते हैं और फिर जाल में फंसा कर उनका पैसा लूट लेते हैं.</p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>गुरुग्राम की महिला ने गंवाए 8.5 लाख</strong></h3>
<p style="text-align: justify;">PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुग्राम की रहने वाली सिमरनजीत सिंह नंदा ने यूट्यूब फ्रॉड में आकर अपने 8.5 लाख रुपये स्कैमर के हाथ चढ़ा दिए. रिपोर्ट के अनुसार, स्कैमर ने महिला को वॉट्सऐप के जरिए अप्रोच किया और इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटी के बारे में बताया. इसके बाद महिला को एक टेलीग्राम लिंक शेयर किया गया जहां यूट्यूब वीडियो लाइक करने पर 50 रुपये मिलने की बात कही गई. पुलिस कंप्लेंट में सिमरनजीत ने बताया कि स्कैमर ने बाद में मर्चेंट टास्क के नाम पर पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहा और इस तरह कुल मिलाकर सिमरनजीत सिंह ने 8.5 लाख रुपये 27, 28, 29 और 30 मार्च में स्कैमर्स के हाथ चढ़ा दिए. कई बार स्कैमर ये भी कहते हैं कि पेमेंट करने में दिक्कत आ रही है तो ऐसे में वे सामने वाले व्यक्ति से कुछ पैसा उनके अकाउंट में भेजने के लिए कहते हैं और फिर ओटीपी आदि की जानकारी लेकर अकाउंट का पैसा साफ कर लेते हैं.</p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>यूट्यूब वीडियो के जरिए भी अकाउंट किया जा रहा साफ</strong></h3>
<p style="text-align: justify;">हाल ही में ये खबर भी सामने आई थी कि स्कैमर्स AI टूल की मदद से वीडियो बना रहे हैं और इन वीडियो के जरिए वे लोगों के सिस्टम में मालवेयर इंस्टॉल कर उनका पैसा और उनकी जानकारी चुरा रहे हैं. साइबर इंटेलिजेंस फॉर्म क्लाउडसेक ने बताया कि नवंबर 2022 के बाद ऐसी वीडियो का रेश्यो 200 से 300 प्रतिशत बढ़ा है जिनमें स्कैमर्स मालवेयर छिपा रहे हैं. दरअसल, इन वीडियो के डिस्क्रिप्शन में स्कैमर्स लोगों से ऐप या सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करने के लिए कहते हैं और फिर इस सॉफ्टवेयर के जरिए वे लोगों का डेटा चुराते हैं. विशेषकर ट्यूटोरियल से जुड़ी वीडियो में ऐसा ज्यादा किया जा रहा है.</p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>खुद को ऐसे रखें सेफ</strong></h3>
<p style="text-align: justify;">सोशल मीडिया या इंटरनेट पर खुद को सेफ रखना चाहते हैं तो हमेशा सावधानी और सतर्क रहकर इंटरनेट का इस्तेमाल करें. किसी भी परिस्थिति में अपनी निजी जानकारी सामने वाले व्यक्ति को शेयर न करें और न ही किसी की बात पर यकीन करें. जब भी लेनदेन से जुड़ी बात आए तो फौरन खबरदार हो जाएं और लालच में न करें.&nbsp;</p>
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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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